फुटबॉल मैच के बीच में ड्रिंक्स ब्रेक तो सुना होगा, पर क्या कभी ऑक्सीजन ब्रेक सुना है? तिब्बत की Lhasa Chengtou ने दोहरा इतिहास रचा. इस टीम ने ब्रेक्स के दौरान ऑक्सीजन लिया और तिब्बत की तरफ़ से चीन के प्रोफ़ेशनल लीग का हिस्सा बनने वाली पहली टीम बनी.
Lhasa स्टेडियम चीन में सबसे ऊंचाई पर बना स्टेडियम है. इस स्टेडियम में गेम्स होंगे या नहीं इस पर संशय है क्योंकि ये स्टेडियम, 3658 मीटर की ऊंचाई पर बना है. इतनी ऊंचाई पर ऑक्सीजन की काफ़ी कमी होती है और प्लेयर्स और दर्शकों के लिए सांस लेना कठिन हो जाता है.

होम मैचों के दौरान हर 15 मिनट में प्लेयर्स को ऑक्सीजन ब्रेक दिया जाता है ताकि उन्हें Nausea या उल्टी की शिकायतें ना हों. Cannisters से प्लेयर्स ऑक्सीजन लेते हैं.
Lhasa के खिलाड़ी, तिब्बती चीन के नहीं होते, वे चीन के अन्य प्रांतों से ताल्लुक रखते हैं. इस टीम ने Shenyang Dongjin को 2-1 से हराया.
इस क्लब के एक मेंबर ने बताया,
तिब्बत के लोगों को खेलों में फुटबाल सबसे ज़्यादा पसंद है. Lhasa का हर बच्चा फुटबॉल खेलता नज़र आएगा. Lhasa का अपना स्ट्रीट फुटबॉल कल्चर है.

लेकिन तिब्बत के फुटबॉल प्रेमियों और खिलाड़ियों की राह आसान नहीं है. सवाल ये है कि क्या Chinese Football Association Lhasa के इस स्टेडियम में मैच होने देगा?
Lhasa Chengtou टीम में मार्च में बनाई गई लेकिन तिब्बत में फुटबॉल का इतिहास पुराना है. 20वीं शताब्दी अंग्रेज़ों की सेना के साथ फुटबॉल ने तिब्बत में ऐन्ट्री ली. तब से कई टीमों ने प्रो रैंकिंग में आने कि कोशिशें की हैं. लेकिन Lhasa Chentou पहली टीम है जिसे सफ़लता मिली है.