ऐसा बहुत कम होता है कि लोग अपनी आधिकारिक ज़िम्मेदारी, अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद दूसरों के बारे में भी सोचने की हिम्मत रखते हों, इन्हीं कुछ नेक़ बंदों के कारण ही इस दुनिया में आज भी अच्छाई क़ायम है.
तिरुची की सीरियस क्राइम स्क्वॉड की Jothimani ऐसी ही एक शख़्स हैं.
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एक रिपोर्ट के अनुसार, Jothimani तिरुची की सड़कों पर घूम-घूम कर ऐसे लोगों की मदद करती हैं जिनका ख़याल रखने वाला कोई नहीं, जिनका अपना कोई नहीं.
जून से ही Jothimani ने तिरुची की सड़कों पर किसी को भी भूखा न सोने देने का बीड़ा उठाया. हर रविवार को वे 160-300 लोगों को अपनी सैलरी से खाना खिलाती हैं.
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The New Indian Express से बात करते हुए Jothimani ने बताया
हफ़्ते के बाक़ी दिन कई लोग उनकी मदद को आगे आते हैं. पर रविवार को उन्हें भूखा रहना पड़ता है क्योंकि कोई उनकी सहायता को आगे नहीं आता. मैंने शहर में बेसहारों को खाना देने का काम शुरू किया. पहले हफ़्ते के बाद उनके चेहरे पर ख़ुशी देखकर मैंने पूरे लॉकडाउन में ये काम जारी रखने का फ़ैसला किया.

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Jothimani खाने की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए पहले खाना ख़ुद खाकर देखती हैं और फिर दूसरों में बांटती हैं.
कमिश्नर से इजाज़त लेकर वे शहर भर में घूम-घूम कर खाने के पैकेट और पानी की बोतलें बांटती हैं. इसके अलावा वे लोगों को मास्क भी देती हैं.