हर किसी का सपना होता है कि पूरी दुनिया के टूर पर जाए, पर पैसों की तंगी और समय की समस्या इस सपने को पूरा नहीं होने देती. पर कोई ऐसा भी है, जिसने एक मकसद के लिए भारत से ऑटो रिक्शा लिया और लंदन पहुंच गया. इस आदमी का उद्देश्य था दुनिया भर में क्लीन एनर्जी और हरित वातावरण को बढ़ावा देना, तभी तो ये शख्स़ अपनी टुक-टुक से लंदन पहुंच गया.

नवीन रबेली का जन्म भारत में हुआ था, पर उन्होंने अपनी पढ़ाई ऑस्ट्रेलिया से पूरी की. जब वो दस साल के थे, तब से ये उनका सपना था कि वो पूरी दुनिया घूमें और नई-नई सभ्यताओं और संस्कृतियों से वाकिफ़ हों. उन्होंने ऐसा किया भी, जब ऑस्ट्रेलिया में उनके पांच साल की पढ़ाई पूरी हो गयी, तो वो निकल पड़े ऑस्ट्रेलिया से लंदन के सफ़र पर. बीच में वो कई जगहों पर रुके भी.

2011 में नवीन इंडिया पहुंचे. लेकिन यहां पहुंचने के बाद उनका मकसद ही बदल गया. जब वो भारत आये, तो कई बदलाव देखे. उन्होंने देखा कि वायु प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि लोग खुद को बचाने के लिए मास्क और स्कार्फ्स पहन कर घूम रहे हैं. एक फ़ोटो ने उनको झकझोर कर रख दिया, जिसमें एक महिला सड़क पर अकेली जा रही थी और वो कपड़ों से इस तरह ढकी थी कि बस उसकी आंखें ही दिख रही थी.

यहां आने के बाद मैंने सोच लिया कि मेरा मकसद इन हज़ारों लाखों लोगों की ज़िंदगी को जहन्नुम बनाने में योगदान दे रहा था. मैं दुनिया तो घूमना चाहता था, पर मुझे गाड़ी के धुएं से फ़ैल रहे प्रदूषण की फ़िक्र नहीं थी. मैं अपने सपने के लिए कई निर्दोषों की ज़िंदगी नर्क बना रहा था. – नवीन रबेली

इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले नवीन ने एक Zero Emission Vehicle बनाया. उसके बाद उन्होंने प्रण लिया कि बची हुई 14 हज़ार किलोमीटर की दूरी वो बिना पेट्रोल के तय करेंगे. इस तरह वो बिना प्रदूषण फैलाए अपना सपना पूरा कर लेंगे. आपको शायद ये जान कर बहुत हैरानी होगी, जो टुक-टुक रिक्शा नवीन ने बनाया था, वो साउथ एशिया में बहुत चलते हैं और वो प्रदूषण के लिए सबसे बड़े कारक माने जाते हैं. नवीन ने इसी सोच कर इस रिक्शे को प्रदूषण मुक्त बनाया, ताकि लोगों में जागरूकता फैले. हर 60 किलोमीटर के बाद नवीन को रिक्शे की बैटरी चार्ज करने के लिए रुकना पड़ता था. इस दौरान वो किसी स्कूल या यूनिवर्सिटी में रुकते थे और वहां क्लीन एनर्जी का पाठ पढ़ाते थे.

नवीन ने अपना सफ़र 8 फ़रवरी 2015 को शुरू किया था और वो लंदन पहुंचे 16 सितम्बर 2016 को. नवीन जैसे लोगों की हिम्मत बड़े से बड़े समस्याओं को हावी नहीं होने देती. नवीन को ग़ज़बपोस्ट की टीम की तरफ से शुभकामनायें.