दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की राजधानी है दिल्ली. यहां इंडिया के कोने-कोने से लोग जॉब की तलाश में आते हैं और काम मिल जाने पर यहीं सेटल हो जाते हैं. लेकिन घर से ऑफ़िस और ऑफ़िस से घर के चक्कर में वो दिल्ली के फ़ेमस टूरिस्ट प्लेस पर नहीं घूम पाते. जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं होना चाहिए, क्योंकि अगर आप ठीक से प्लान करें, तो एक वीकेंड में अपनी फ़ैमिली के साथ दिल्ली की सैर कर सकते हैं.
अगर आप भी दिल्ली में रहते हैं, तो इस वीकेंड आपको इन जगहों पर ज़रूर घूम आना चाहिए. नहीं तो अगली बार आपके रिश्तेदार आपको ये ताना मारेंगे कि इनका तो दिल्ली में रहते हुए भी रहना बेकार है.
अग्रसेन की बाओली-नई दिल्ली
ये एक सीढ़ीनुमा कुंआ है, जिसे 14वीं शताब्दी में बनाया गया था. आमिर खान की मूवी पीके के बाद ये काफ़ी फ़ेमस हो गई.
कुतुब मीनार-महरौली
1206 में बने कुतुबमीनार की ऊंचाई 73 मीटर है. ये ईंट से बनी दुनिया की सबसे ऊंची मीनार है.
इंडिया गेट- राजपथ
1931 में इसे प्रथम विश्वयुद्ध में मारे गए भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था. आज ये पूरी दुनिया में इंडिया की पहचान बन चुका है.
चांदनी चौक-पुरानी दिल्ली
चांदनी चौक मार्केट दिल्ली की सबसे पुराने मार्केट है. यहां आपको सूई से लेकर जहाज़ तक में लगने वाला सामान मिल जाएगा.
हुमायूं का मकबरा-निज़ामुद्दीन
ये UNESCO की वर्ल्ड हैरिटेज़ साइट्स में से एक है. इसे 1570 में हूमायूं की बेग़म हाजी बेग़म ने बनवाया था. ये पूरी दुनिया में अपने लाजवाब Mughal Architecture के लिए फ़ेमस है.
लोटस टेंपल-कालकाजी
कमल के फूल की शेप में बना ये मंदिर पूरे देश में फ़ेमस है. इसे बहाई मंदिर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि ये बहाई समुदाय से संबंधित है. ये समुदाय सभी धर्मों को एक समान मानता है.
जामा मस्जिद-पुरानी दिल्ली
जामा मस्जिद इंडिया की सबसे बड़ी मस्जिद है. इसमें एक वक़्त में करीब 25000 हज़ार लोग नमाज़ पढ़ सकते हैं.
जंतर मंतर-कनॉट प्लेस
जयपुर के राजा जयसिंह द्वारा बनाया गया जंतर मंतर एक खगोलीय वेधशाला है. यहां पूरे देश से लोग अपनी बात सरकार तक पहुंचाने और धरना देने आते हैं.
लाल किला- चांदनी चौक
लाल पत्थर से बना ये किला तकरीबन 1.2 किलोमीटर में फैला हुआ है. 1638 में बने इस किले से हर साल देश के प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देते हैं.
बंगला साहिब गुरुद्वारा-कनॉट प्लेस
ये गुरुद्वारा 1783 में बना था. सिखों के 8वें गुरु हरकिशन साहिब जी से संबंधित इस गुरुद्वारे में हर धर्म के लोग रोज़ प्रार्थना करने पहुंचते हैं.
अब तो बना लो दिल्ली घूमने का प्लान.