कहते हैं कुत्ता सबसे वफ़ादार जानवर होता है और इस बात को साबित करने वाले कई किस्से हमको आये दिन सुनने को मिलते हैं. ये बेज़ुबान जानवर भी प्यार और केयर के भूखे होते हैं और अगर इनको सही देखभाल मिल जाए, तो उनकी ज़िन्दगी बदल जाती है.
ऐसा ही कुछ Radviliskis की रहने वाली एक बुज़ुर्ग महिला के डॉग ‘Pluto’ के साथ भी हुआ. जब ‘Pluto’ इस बुज़ुर्ग महिला के साथ था, तब तक उसकी ज़िंदगी किसी प्रिंस से कम न थी. लेकिन जब ये बुज़ुर्ग महिला बीमारी के चलते हॉस्पिटल में एडमिट हुईं, तो ‘Pluto’ की ज़िंदगी बर्बाद हो गयी. ये खाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो गया. घर में बड़े नाज़ से पला ‘Pluto’ सड़क के आवारा कुत्तों के बीच रहने को मजबूर था.
Lithuania की एक डॉग रेस्क्यू टीम Vysniu Sodas को एक दिन सड़क के आवारा कुत्तों के बीच एक बीमार डॉग दिखा. बेहद दुबला-पतला ये कुत्ता ‘Mange’ नामक संक्रमण से पीड़ित था. ये डॉग कोई और नहीं, बल्कि Pluto था.
‘Vysnių Sodas’ की स्पोकपर्सन Indre Zukauskaite का कहना है, जब Pluto की मलकिन हॉस्पिटल में एडमिट हुई, तो ये वो दर-दर भटकने को मजबूर हो गया. जब हमारी टीम ने इसको रेस्क्यू किया उस वक़्त ये बेहद कमज़ोर और बीमार था. उसकी हालत इतनी ख़राब थी कि वो न तो सही से चल फिर पा रहा था और न ही खा पा रहा था. सेंटर में लाने के बाद इसको नहलाया गया. क्योंकि Mange के चलते इसकी त्वचा ख़राब हो चुकी थी. इस पूरी प्रक्रिया में हमें 5 घंटे लग गए. ये इन्फ़ेक्शन Pluto के शरीर में इतना ज़्यादा बढ़ गया था कि कुछ समय बाद इसकी मौत भी हो सकती थी. हमारे पास आने के 3 महीने तक Pluto इस बीमारी से लड़ता रहा. 6 महीने के बाद ये थोड़ा बहुत चलने-फिरने और खाने लगा.
1- जब Pluto को रेस्क्यू किया गया था.
2- उपचार के दौरान Pluto.
3- इस प्रक्रिया में पूरे 5 घंटे लगे.
4- 6 महीने बाद अपने पैरों पर खड़ा हो पाया.
5- Pluto की सेहत में धीरे-धीरे सुधर हुआ.
6- 1 साल के बाद Pluto फिर से अपने साथियों के साथ खेलने लगा.
7- अब Pluto ठीक से खाने और चलने-फिरने लगा.
8- ये है मेरा नया दोस्त ज़ोलो.
9- ये मैं ही हूं आपका Pluto.
10- क्यों न अब थोड़ा आराम कर लिया जाये…
Pluto संक्रमण से पीड़ित था, सही देखभाल मिली तो आज जी रहा है आलीशान ज़िंदगी
Source: boredpanda