बॉलीवुड हो या फिर हॉलीवुड, या फिर दुनिया की किसी भी जगह की फ़िल्म, स्टोरी, एक्शन, रोमांस हर चीज़ अलग होती है. लेकिन एक चीज़ जो हर जगह देखने को मिलती है, वो है फ़िल्म शुरू होने से पहले दी जाने वाली जानकारी, जिसमें लिखा होता है कि ‘ये फ़िल्म काल्पनिक घटनाओं पर आधारित है और इसका जीवित और मृत किसी भी शख़्स से कोई वास्ता नहीं. अगर किसी की कहानी इससे मिलती है, तो वो बस एक संयोग मात्र है’.
लेकिन हर फ़िल्म में इस जानकारी को देने का कारण क्या है? क्यों हर फ़िल्म से पहले ये सूचना दी जाती है? इसके पीछे भी एक महत्वपूर्ण कारण है और ये कारण है सिर्फ़ एक शख़्स और उसके जीने और मरने की कहानी.
Rasputin, ये नाम दुनियाभर के राजनीतिज्ञों की ज़ुबान पर रहता है. लेकिन अच्छाई की वजह से नहीं, बल्कि बुराई की वजह से. रूस के शाही परिवार के मार्गदर्शक के रूप में काम करने वाले Rasputin के बारे में कई कहानियां हैं. Rasputin का जन्म 1869 में हुआ था. कुछ कहते हैं कि उसे सम्मोहन करना आता था और इसी कारण वो शाही परिवार को अपने वश में किए हुए था.
दरअसल कहानी शुरू होती है उसके एक Monk बनने से. Rasputin Monk तो बन गया था, लेकिन वो किसी की नहीं सुनता. उसे लोग पागल भिक्षु बोलते थे. कुछ वक़्त बाद उसे पागल बोलने वाले ही, उसकी सच होती बातों पर भगवान की तरह भरोसा करने लगे. ये बात रूस की रानी एलेक्ज़ेंड्रा तक जा पहुंची. रानी के बेटे की हालत एक बीमारी की वजह से काफ़ी ख़राब थी और Rasputin ने उसे बिलकुल स्वस्थ कर दिया. बस फिर क्या था, पूरा शाही परिवार उसका मुरीद बन गया. लेकिन Rasputin इतना अच्छा और सच्चा नहीं था. उसे सेक्स की भूख हर वक़्त रहती थी. कहा जाता है कि अपनी सम्मोहन शक्ति से उसने रानी एलेक्ज़ेंड्रा के साथ भी शारीरिक संबध बनाए थे.
लेकिन उसकी सलाह के बाद भी लगातार रूस जंग हारने लगा था, जिसके बाद Rasputin की हत्या शाही परिवार ने ही करवा दी थी.
अभी तक आपको समझ नहीं आया होगा कि इस शख़्स की ज़िंदगी और मौत की कहानी के बाद फ़िल्मों को इस जानकारी देने की क्या ज़रूरत पड़ती है.
तो कारण ये था कि Rasputin की ज़िंदगी इतनी ख़तरनाक और अजीब थी कि इस पर फ़िल्म बनाने की योजना बनाई गई. फ़िल्म बनाई भी गई लेकिन जैसे ही इसे रीलिज़ किया गया, उस पर ग़लत कहानी दिखाने का केस दाखिल हो गया. इस फ़िल्म में Rasputin द्वारा रानी आईरिन का रेप करते दिखाया गया, जिस पर आईरिन ने एतराज़ जताया और कहानी को ग़लत बताया. कोर्ट ने ऐसा करने पर फ़िल्म बनाने वाले प्रोडक्शन हाऊस MGM पर जुर्माना लगाया.
इसके बाद से ही दुनियाभर की फ़िल्म इंडस्ट्री ने इस से सीख ली और हर फ़िल्म के पहले, या बाद में फ़िल्म के काल्पनिक होने की बात लिखी जाने लगी.