देश में स्वास्थ्य और चिकित्सा की लचर हालत किसी से छिपी नहीं है. एक तरफ़ जहां अच्छे डॉक्टर्स की कमी है, वहीं दूसरी तरफ़ डॉक्टरर्स की लापरवाही की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं.
गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 70 से ज़्यादा बच्चों की मौत हो, या ‘5-सितारा’ अस्पतालों में बच्चे की मौत के बाद भी पैसे लेकर ही मृत शरीर वापस देने की घटना… देश के इन Second-Temples में पैसों से मौत और ज़िन्दगी ख़रीदे जाने का गोरखधंधा बड़े ही ज़ोरों-शोरों से चल रहा है.
5-सितारा अस्पतालों में मरीज़ और उनके रिश्तेदारों के लिए ज़रूरत से ज़्यादा सुविधाएं मौजूद रहती हैं. स्वीमिंग पूल से लेकर बेकरी कॉर्नर तक, सब कुछ मिल जाता है. ‘पैसा फेंको तमाशा देखो’ वाली बात है. आलम ये है कि अस्पताल और होटलों में फ़र्क करना भी ज़रा मुश्किल हो गया है.
तो हमने ढूंढी अस्पतालों और होटलों की कुछ तस्वीरें. देखो और बताओ कौन सी अस्पताल की फ़ोटो है और कौन सी होटल की:
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हमारा इन अस्पतालों से सिर्फ़ एक सवाल है कि क्या इनको मिल रहे असीम पैसों का कुछ भी सदुपयोग नहीं किया जा सकता? और कुछ नहीं तो कुछ अतिरिक्त बिस्तर ही लगवा दें या फिर सरकारी अस्पतालों की थोड़ी सहायता कर दें.