‘Mickey Mouse’ तो आप सभी को याद ही होगा. क्या आप जानते हैं कि इस कैरेक्टर को जीवंत करने वाले कलाकार कौन थे? उनका नाम था Walt Disney. मेरी तरह अधिकतर लोगों को भी यही मालूम होगा कि Walt Disney दुनिया की सबसे बड़ी कार्टून बनाने वाली कंपनी है. लेकिन ऐसा नहीं है, दरअसल, Walt Disney वो शख़्स हैं, जिन्होंने हमें ‘Mickey Mouse’ दिया और उसे दुनियाभर में फ़ेमस किया.
कार्टून की दुनिया के बेताज बादशाह Walt Disney की सफ़लता की कहानी किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है. तमाम असफ़लताओं के बाद सफ़लता के शिखर तक कैसे पहुंचा जाता है Walt Disney का यही संघर्ष हमें प्रेरित करता है.
कौन थे Walt Disney?
मशहूर फ़िल्म निर्माता-निर्देशक और कार्टूनिस्ट Walt Disney का जन्म 5 दिसंबर, 1901 को शिकागो में हुआ था. Walt Disney को बचपन से ही चित्रकारी करना और कार्टून्स बेहद पसंद थे. जिस समय लोग कार्टून्स की कल्पना भी नहीं कर सकते थे, उस समय मात्र 7 साल की उम्र में Walt अपना पहला कार्टून स्केच अपने एक पड़ोसी को बेच चुके थे. Walt Disney ही वो शख़्स थे, जिन्होंने हमें कार्टून्स की दुनिया से रूबरू कराया. इस दुनिया को कई बेहतरीन कार्टून कैरेक्टर देने वाले Walt Disney शिकागो के Mckinley High School से पढ़ाई पूरी करने के बाद सेना में भर्ती होना चाहते थे, लेकिन कम उम्र के कारण उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था.
Walt Disney के संघर्ष की कहानी
प्रथम विश्वयुद्ध में वॉलिंटियर का काम करने के बाद Walt Disney कार्टून मोशन पिक्चर्स बनाना चाहते थे. Walt अपने कार्टून्स के डिज़ाईन को लेकर कई लोगों के पास गए, लेकिन हर जगह से उन्हें रिजेक्शन ही मिला. इस बीच वो जिस न्यूज़ पेपर के लिए फ़्रीलांस कार्टून्स बनाया करते थे, उसके संपादक ने ये कहकर निकाल दिया कि वो बेहद सुस्त हैं और उनमें आर्टिस्टिक और क्रिएटिविटी की कमी है.
इसके बाद Walt ने 19 साल की उम्र में अपने एक दोस्त के साथ मिलकर जनवरी 1920 में ‘Iwerks-Disney Commercial Artists’ कंपनी की नींव राखी. इस दौरान उन्होंने कई News Papers और Publisher के लिए कार्टून्स बनाने का काम किया. कुछ लोगों को उनके कार्टून्स पसंद आये, तो कुछ को नहीं. इस बीच कंपनी को ज़्यादा फ़ायदा न मिलते देख Walt ने अपनी कंपनी को छोड़कर Kansas City Film Ad Company में एनिमेटर की जॉब करनी शुरू कर दी.
Laugh-O-Gram Studio
18 मई, 1922 को Walt Disney ने Kansas City Film Ad Company के अपने कुछ साथियों को लेकर Laugh-O-Gram Studio की शुरुआत की. उनके इस स्टूडियो ने उन्हें सही मायने में क़ामयाबी दिलाई. उन्होंने अपनी कंपनी के 15 हज़ार डॉलर के शेयर शहर के लोगों को बेच दिए. इस दौरान उन्होंने दो शॉर्ट एनिमेटेड फ़िल्मों को बनाने के लिए अपनी सारी पूंजी लगा दी. लेकिन इसका उन्हें बिलकुल भी फ़ायदा नहीं हुआ. कंपनी डूब गई और वो धीरे-धीरे वो दिवालिया हो. एक समय तो ऐसा भी आया जब उनके पास किराया चुकाने के पैसे भी नहीं थे और कई बार तो उन्हें भूखे भी रहना पड़ा. इन मुश्किलों के बावजूद Walt Disney के संघर्ष की कहानी रुकी नहीं. कामयाबी का सफ़र उनके लिए कभी भी आसान नहीं रहा, कई असफ़लताओं के बावजूद Walt अपने सपने को सच करने के लिए डटे रहे.
हॉलीवुड का रुख किया
इसके कुछ साल बाद वो Kansas City छोड़कर अपने सपने को पूरा करने के लिए हॉलीवुड चले गए. हॉलीवुड पहुंचने के बाद उन्होंने कई छोटे-मोटे काम किये ताकि अपने बचपन के सपने को पूरा कर सकें. इस दौरान Walt और उनके भाई रॉय ने 16 अक्टूबर, 1923 को ‘Disney Brothers Cartoon Studio’ की शुरुआत की. इस दौरान उनकी कंपनी को 12 Alice कॉमेडी सीरीज़ का काम मिला. जबकि 26 दिसंबर 1923 को उन्होंने पहली ‘Alice’s Day at Sea’ सीरीज़ प्रोड्यूस की.इसके लिए उन्हें 15 हज़ार डॉलर मिले थे. साथ ही उन्होंने ‘Alice in Wonderland’ और ‘Oswald the Rabbit’ के ज़रिये भी सफ़लता पायी.
‘Mickey Mouse’ ने दिलाई क़ामयाबी
इसके बाद साल 1928 में Walt ने ‘Mickey Mouse’ की शुरुआत हुई. ‘Mickey Mouse को डिज़ाईन करने वाले Iwerks थी. जो उनकी कल्पना का सबसे बेहतरीन नमूना था. ‘Mickey Mouse’ के लिए Walt ने ख़ुद ही आवाज़ दी थी. ‘Mickey Mouse’ की सभी सीरीज़ ने ज़बरदस्त क़ामयाबी हासिल की. इसके बाद साल 1929 से 1939 तक Disney Brothers ने ‘Silly Symphony’ के ज़रिये दुनियाभर में सफ़लता पायी.
साल 1932 में Flowers and Trees के लिए Walt को पहला एकादमी पुरस्कार मिला. साल 1933 को उनकी पहली Animation फ़िल्म ‘Snow White and Seven Dwarfs’ लॉस एंजेल्स के कैरेथ सर्किल थिएटर में दिखाई गयी थी.
साल 1940 में Walt Disney के मन में एक मनोरंजन पार्क बनाने का विचार आया, जहां लोग अपने परिवार के साथ एंजॉय कर सकें. इसके बाद ही पूरी दुनिया के सामने Disneyland आया. Walt ने इसे अपनी चित्रकारी से सजाया था. यहां लोग घूमने-फिरने के साथ-साथ उनकी कला को भी देख सकते हैं. कुछ साल बाद उन्होंने Disneyland में वाटर पार्क, होटल, रिसोर्ट, रेस्टोरेंट्स, क्लब और थियेटर भी बनाये.
कहा जाता है कि Walt Disney इस मुक़ाम तक पहुंचने में 300 से ज़्यादा बार असफ़ल हुए, लेकिन उन्होंने अपनी असफ़लताओं से सीख लेते हुए सफ़लता की कहानी लिखी. 22 Academy Awards और 7 Emmy Awards जीतने वाले Walt Disney 15 दिसम्बर 1966 को ये दुनिया छोड़ चले गए थे. आज उनकी कंपनी ‘द वाल्ट डिज्नी’ का कुल कारोबार 35 अरब यूएस डॉलर के बराबर है.
Walt Disney की कहानी हर उस इंसान को प्रेरित करती है, जो अपने सपने को बीच में ही छोड़कर हार मान लेते हैं.