फ़िलीपीन्स में सदियों पुराना टैटू ट्रैडिशन है जिसे कलिंगा टैटू कहते हैं. ये एक अलग प्रकार की टैटू बनाने की कला है जिसे ज़िंदा रख रही हैं 103 साल की दादी मां. उनके अलावा टैटू बनाने की इस पारंपरिक कला को कोई भी टैटू आर्टिस्ट नहीं जानता. ये इस कला में इतनी माहिर हैं कि लोग सैंकड़ों मीलों दूर और पहाड़ी रास्ते से होकर इनके पास पहुंचते हैं.
103 साल की इन टैटू आर्टिस्ट का नाम Whang Od Oggay. ये फ़िलीपीन्स की सबसे बुज़ुर्ग टैटू आर्टिस्ट हैं. ये यहां के पहाड़ी क्षेत्र कलिंग में रहती हैं. यहां पहुंचने के लिए लोगों को 15 घंटे का सफ़र कार से फिर उसके बाद कच्ची सड़क से पैदल, आख़िर में चावल के खेतों और दुर्गम पहाड़ी इलाके से होकर यहां पहुंचना होता है.
ये टैटू आर्टिस्ट वर्ल्ड फ़ेमस हैं और इन सारी परेशानियों के बावजूद लोग इनसे टैटू बनाने के लिए यहां दूर-दूर से आते हैं. Whang आज भी पुराने तरीके से ही टैटू बनाती हैं. इसके लिए वो एक ख़ास तरह के पौधे का कांटा, बांस, कोयला और पानी का इस्तेमाल करती हैं.
इससे बने टैटू परमानेंट होते हैं, जो सालों-साल चलते हैं. वो टैटू के रूप में पारंपरिक आदिवासी चीज़ें, जानवर और प्रतीक बनाती हैं. कलिंग टैटू जब पहली बार आस्तित्व में आए थे तब ये उन्हीं लोगों पर बनाए जाते थे जिन्होंने युद्ध में किसी को मारा होता था.
पर आजकल ये टैटू हर उस शख़्स पर बनाए जाते हैं जो Whang तक पहुंच जाते हैं. सोशल मीडिया पर भी लोग इनके टैलेंट की जमकर तारीफ़ करते हैं. आप भी देखिए:
Whang का कोई वारिस नहीं है. टैटू बनाने की ये कला सिर्फ़ ख़ून के रिश्ते के ही लोगों को सिखाई जा सकती है. इसलिए वो किसी और इसके बारे में नहीं बतातीं. ये परंपरा जीवित रहे इसलिए वो अपनी रिश्ते की भतीजियों को इसकी शिक्षा दे रही हैं.
Whang क़रीब 80 सालों से टैटू बनाकर लोगों की सेवा कर रही हैं. अपनी लंबी उम्र का सीक्रेट बताते हुए उन्होंने कहा- ‘मैं डिब्बाबंद फ़ूड और अधिक तेल वाला खाना नहीं खाती. मैं हरी सब्ज़ियां और बीन्स खाती हूं.’
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