कुछ चीज़ों पर इंसान का कोई वश नहीं होता. कुछ ऐसा ही ज़िंदगी और मौत के साथ भी है, जिसकी डोर ऊपर वाले के हाथ में हैं. कब, किसका जन्म होगा और कब किसकी मौत, ये भगवान के सिवा कोई नहीं जानता.
इंसान की मृत्यु के बाद सब कुछ बदल जाता है अगर कुछ रह जाता है, तो सिर्फ़ उसकी यादें. अब जब बात ज़िंदगी और मौत जैसे गंभीर विषय पर चल रही है, तो यहां एक गंभीर सवाल और भी उठता है. वो ये कि आज कल ज़्यादातर लोगों को सोशल मीडिया की आदत है और वो अपनी लाइफ़ का कोई भी किस्सा सोशल मीडिया पर शेयर करना नहीं भूलते. यहां सवाल ये है कि आखिर इंसान की मौत के बाद उसके सोशल मीडिया अकाउंट का क्या होता है?
चलिए आज सोशल मीडिया से जुड़ा ये राज़ भी जान लेते हैं :
1. फ़ेसबुक
फ़ेसबुक के रूल के मुताबिक, किसी इंसान की मृत्यु के बाद किसी भी रिश्तेदार को उसके अकाउंट का एक्सेस नहीं दिया जाता. हांलाकि, उस शख़्स की फ़ैमिली का सदस्य चाहे, तो वो फ़ेसबुक को उस अकाउंट को मेमोरिलाइज्ड करने की रिक्वेस्ट कर सकता है. इसका सीधा-सीधा मतलब ये है कि किसी की व्यक्ति की मौत के बाद चाह कर भी कोई अन्य शख़्स उस अकाउंट को लॉगिन नहीं कर सकता. इसके साथ ही वो अकाउंट सजेस्टिंग फ़्रेंड्स की लिस्ट में भी नहीं दिखता.
2. इंस्टाग्राम
इंस्टाग्राम की पॉलिसी भी कई हद तक फ़ेसबुक जैसी ही है. किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसके अकाउंट को बंद या फिर याद के रूप में संभाल कर रखा जा सकता है.
3. ट्विटर
इस मामले में ट्विटर के टर्म एंड कंडीशन थोड़े अलग हैं. अगर किसी की मौत हो गई और उसके घर का सदस्य या फिर कोई जानकार ट्विटर को इसकी जानकारी देता है, तो व्यक्ति से जुड़ी हर जानकारी जुटाने के बाद करीब 30 दिन के अंदर ट्विटर उस अकाउंट को हमेशा के लिए डिएक्टिवेट कर देता है.
4. जीमेल और गूगल प्लस
जीमेल और गूगल प्लस में ‘Inactive Account Manager’ नामक टूल होता है, जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति ये फ़ैसला ले सकता है कि उसकी मृत्यु के बाद उसके अकाउंट का क्या होगा. ऐसा समझ लीजिये कि आप एक टाइम लिमिट सेट कर सकते हैं, जिसके बाद आपके अकाउंट का सारा डाटा कंपनी की तरफ़ से ख़ुद-ब-ख़ुद डिलीट कर दिया जाएगा. यही नहीं, इसके अलावा अकाउंट की देख-रेख के लिए किसी को नॉमिनी भी घोषित कर सकते हैं.
5. यूट्यूब
अगर किसी यू-ट्यूब होल्डर की मौत हो जाती है, तो आपको इसकी जानकारी कंपनी को देनी होती है. वहीं ऐसा नहीं करने पर एक समय सीमा के बाद कंपनी की तरफ़ से उस अकाउंट को बंद कर दिया जाता है.
भाई देखो बुरा मत मानना हमारा मक़सद आपका दिल दुखाना नहीं है, ये एक न एक दिन हर किसी के साथ होता है. हम तो आपको बस सोशल मीडिया की जानकारी दे रहे थे.