हम सबने आस-पास सुना होगा कि चाहे कितना भी बड़ा दुख क्यों न हो, कुछ लोग रो नहीं पाते. चाहे कोई अपना ज़िन्दगी से दूर चला जाये, चाहे नौकरी चली जाये पर वो रो नहीं पाते.
रोकर हमारा शरीर टेंशन और स्ट्रेस को दूर करने की कोशिश करता है और ये किसी भी इंसान के लिए बेहद ज़रूरी है.
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अक़सर कहा जाता है कि जो लोग रो नहीं पाते हैं उन्हें अपनी भावनायें मैनेज करने में परेशानी होती है. हालांकि, हमें ये पता होना चाहिए कि ये बस एक थ्योरि है.
अगर कोई नहीं रो पा रहा है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है कि वो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हो. भावनाएं कभी न कभी बाहर आयेंगी ही, किसी न किसी तरीके से पर आएंगी. और जब ये होता है तो किसी भी शख़्स को बेहद अच्छा महसूस होता है.
तो इसलिये रो नहीं पाते
कुछ लोग रोने में इसलिये असक्ष्म होते हैं क्योंकि समस्या उनके Autoimmune System में होती है. इन लोगों पर एक रिपोर्ट के मुताबिक़, Sjögren’s Syndrome हो सकता है. इस सिंड्रोम की वजह से Lacrimal Glands सूख जाते हैं और जिस वजह से आंसू गिराना असंभव हो जाता है.
पर ये सिंड्रोम होना बस एक संभावना है.
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रोन से जुड़ी सोच भी है वजह
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक़, कुछ लोग रोने से जुड़े अपने विचारों की वजह से भी नहीं रो पाते. न रोने वाले लोगों के दिमाग़ में कहीं न कहीं ये विचार होता है कि रोना कमज़ोर बनने की निशानी है और सशक्त लोग नहीं रोते.
इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि ऐसे लोग Emotional Exposure से बचना चाहते हैं. कुछ लोगों के लिए अपनी सारी भावनायें फूट-फूटकर बाहर निकालना शर्म की बात भी होती है.