दोस्तों आप सबको पता ही होगा कि जब आपका मोबाइल या लैंडलाइन की रिंग बजती है तो आपको सबसे पहले जो शब्द बोलना है वो है ‘Hello’. अगर मैं अपनी बात करूं तो मैंने तो अपने बचपन से पापा, मम्मी और घर के सभी लोगों को फ़ोन उठाते ही Hello बोलते ही सुना है. उसके बाद ही बाकी बात शुरू होती है. लेकिन क्या कभी आपने ये सोचा है कि फोन उठाते ही सबसे पहले ‘Hello’ ही क्यों बोलते हैं? Hello के अलावा और कुछ क्यों नहीं बोलते हैं? अब आप यही कहेंगे कि सब लोग ऐसे ही बोलते हैं इसमें कोई ख़ास बात तो नहीं है. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि इसके पीछे एक बहुत ही रोमांचक इतिहास है, जिसके बारे में शायद ही कोई जानता होगा.

आखिर क्यों बोला जाता है Hello?

ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के अनुसार, Hello शब्द पुराने जर्मन शब्द हाला, होला से बना है. ये शब्द पुराने फ्रांसीसी या जर्मन शब्द ‘होला’ से निकला है. ‘होला’ का मतलब होता है ‘कैसे हो’ या ‘हाल कैसा है जनाब का?’ प्राचीन समय में इस शब्द का इस्तेमाल समुद्र में यात्रा के दौरान नाविक किया करते थे. अंग्रेज कवि चॉसर के जमाने में यानी 1300 के बाद ये शब्द हालो (Hallow) बन चुका था. इसके दो सौ साल बाद यानी शेक्सपियर के जमाने में ये हालू (Halloo) बन गया. फिर ये शिकारियों और मल्लाहों के इस्तेमाल से कुछ और बदला और हालवा, हालूवा, होलो (Hallloa, Hallooa, Hollo) बना.
ग्राहम बेल ने किया था टेलीफ़ोन का आविष्कार और वो फ़ोन पर Hello नहीं Ahoy बोलते थे.

फ़ोन का अविष्कार करने वाले अलेक्जेंडर ग्राहम बेल को 10 मार्च 1876 को उनके टेलीफोन आविष्कार को पेटेंट मिला था.

अभी तक कई जगह आपने ये पढ़ा या सुना होगा कि फ़ोन उठाते ही Hello बोलने के पीछे टेलीफोन का आविष्कार करने वाले ग्राहम बेल की एक लव स्टोरी है और उन्होंने टेलीफ़ोन का आविष्कार करने के बाद सबसे पहले अपनी गर्लफ्रेंड ‘मारग्रेट हैलो’ को फ़ोन पर प्यार से ‘Hello’ बोला था. लेकिन ये बात सच नहीं है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इसकी असली कहानी आखिर है क्या है?
सबसे पहले तो आपको ये बता दें कि ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड ‘मारग्रेट हैलो’ थीं इसका कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है. जबकि ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड का नाम Mabel Hubbard था और उन्होंने 1877 में Mabel से शादी की थी. इस फ़ोटो में ग्राहम बेल के साथ दिख रही महिला ‘मारग्रेट हैलो’ नहीं, बल्कि उनकी वाइफ Mabel Gardiner Hubbard हैं.

इसके अलावा शायद आप ये भी नही जानते होंगे कि ग्राहम बेल ने कभी भी “Hello” शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था. फ़ोन का आविष्कार करने के बाद उन्होंने सबसे पहले अपने असिस्टेंट को फ़ोन पर बोला था, “Come-here. I want to see you.” लेकिन उनको ये पसंद नहीं आया. इसलिए उन्होंने ही इतने लंबे वाक्य की जगह ‘Ahoy Ahoy’ बोलने का प्रस्ताव रखा. ग्राहम बेल हमेशा से “Ahoy” शब्द बोलते थे. और इसी शब्द का इस्तेमाल फ़ोन पर बात शुरू करने से पहले किया जाने लगा.
टेलीफोन का आविष्कार होने के बाद जब लोगों ने इसका इस्तेमाल करना शुरू किया, तो शुरूआत में लोग फोन पर पूछा करते थे ‘Are You There?’ आपको बता दें कि वो ऐसा केवल ये पता कारण के लिए बोलते थे कि उनकी आवाज दूसरी ओर पहुंच रही है या नहीं.

टेलीफोन का आविष्कार होने के बाद जब लोगों ने इसका इस्तेमाल करना शुरू किया तो शुरूआत में लोग फोन पर पूछा करते थे ‘Are You There?’ आपको बता दें कि वो ऐसा केवल ये पता कारण के लिए बोलते थे कि तब उन्हें यह विश्वास नहीं था कि उनकी आवाज दूसरी ओर पहुंच रही है. लेकिन एक बार, थॉमस एडिसन ने ‘Ahoy’ को गलत सुन लिया और 1877 में उन्होंने ‘Hello’ बोलने का प्रस्ताव रखा. इसके लिए उन्होंने पिट्सबर्ग की ‘सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट एंड प्रिंटिंग टेलीग्राफ कम्पनी’ के अध्यक्ष टीबीए स्मिथ को पत्र लिखा और कहा कि टेलीफ़ोन पर पहले शब्द के रूप में ‘Hello’ बोला जाना चाहिए. जब उन्होंने पहली बार फोन किया तो सबसे पहले कहा ‘Hello’. ये उन्ही की देन है कि आज हम फ़ोन उठाते ही ‘Hello’ बोलते हैं.
आपको बता दें कि उस ज़माने में टेलीफ़ोन एक्सचेंज में काम करने वाली महिला ऑपरेटरों को ‘हैलो गर्ल्स’ कहा जाता था.