जब पेट भर के लंच कर लो, तो सभी का मन ज़रा देर सुस्ता लेने को करता है. याद है न लंच के बाद की क्लास कितनी बोरिंग लगती थी? घर पे हों, तो आप भी संडे को लंच के बाद ऊंघते-ऊंघते एक झपकी ले ही लिया करते होंगे. क्या कभी आपने सोचा है कि ऐसा होने के पीछे आखिर वजह क्या है?

इसके पीछे भी एक वैज्ञानिक कारण है. हमारे शरीर को काम करने के लिए ऊर्जा चाहिए होती है और ये ऊर्जा उसे मिलती है खाने से. जब हम खाना खाते हैं, तो पाचनक्रिया से खाना ऊर्जा देने वाले ईंधन में तब्दील हो जाता है. जब हम ज़्यादा खा लेते हैं, तो अग्न्याशय (Pancreas) हमारे खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखने के लिए Insulin बनाता है.
Insulin निकलने से शरीर में दो चीज़ें होती हैं, पहली Sleep Hormone का बनना और दूसरी इसका दिमाग में जाकर Serotonin और Melatonin बनाना.
खाना खाने के बाद नींद आने के पीछे Carbohydrate का भी हाथ होता है. पास्ता, ब्रेड, चावल, आलू जैसी चीज़ों में पाए जाने वाले Carbohydrates को पचाने में शरीर को ज़्यादा ऊर्जा ख़र्च करनी पड़ती है. शरीर की 60-75 प्रतिशत ऊर्जा इसे पचाने में लग जाती है.

अब ऐसे में आपको नींद नहीं आएगी, तो और क्या होगा. वैसे इससे बचने का उपाय भी है.
सबसे पहले तो ज़्यादा खाना बंद कर दें. 2-3 घंटे के अंतराल में थोड़ा-थोड़ा खाएं. जितनी ज़्यादा मात्रा में आप खाएंगे, शरीर को उतनी ही एनर्जी खाने को पचाने में लगानी पड़ेगी और नतीजन आपको आएगी नींद.