सोते हुए कभी ज़ोर का झटका महसूस किया है? जब ऐसा लगा हो कि आप गिरने वाले हों और तभी आपकी नींद खुल गयी हो? ये सपने में किसी बिल्डिंग से या खायी से गिरने से अलग होता है. इस झटके में शरीर की मांसपेशियां खिंच जाती हैं.
अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है, तो ज़रा बताते हैं, ऐसा क्यों होता है.
इस झटके को Hypnic Jerk कहा जाता है और ये झटका तब लगता है, जब शरीर गहरी नींद में जाने के Mode पर होता है. ये वो स्टेज होती है, जिसमें शरीर का Unconscious ब्रेन (अवचेतन) आराम फ़रमा रहा होता है. शरीर के बाकी हिस्सों के रिलैक्स करने के बावजूद इस समय Conscious ब्रेन यानि चेतन जगा हुआ होता है. ब्रेन का ये भाग हमें सन्देश पहुंचाना चाहता है कि वो जगा हुआ है और ये झटका इसी का नतीजा होता है. इस स्टेज को Medical Term में Hypnangoic State कहा जाता है. इस झटके के थोड़ी देर बाद चेतन मष्तिष्क भी सो जाता है.
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये एक तरह का न्यूरोलॉजिकल Disbalance होता है, जो मस्तिष्क के चेतन और अवचेतन के बीच होता है. कई बार ये झटका इतना हल्का होता है कि हमें पता ही नहीं चलता. वैसे इसमें डरने वाली कोई बात नहीं है.
दिमाग़ को शरीर से सबसे प्रमुख अंग क्यों कहते हैं, Hypnic Jerk उसका एक सबूत है.