आज की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि बिना मोबाइल इसको इमैजिन करना भी संभव नहीं है. फ़्लाइट टिकट बुक करना हो या घर का सामान, कहीं जाना हो तो फ़ोन पर गूगल मैप का सहारा लेना, आज हमारे सारे काम मोबाइल पर निर्भर हो गए हैं. मोबाइल हमारी ज़िन्दगी का एक ऐसा हिस्सा बन चुका है कि सोते जागते हर पल हम मोबाइल में ही घुसे रहते हैं. मगर ये हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना ख़तरनाक है इसका जीता-जागता उदाहरण है ताइवान की इस लड़की की कहानी.
दक्षिणी ताइवान में रहने वाली 25 साल की Chen पिछले 2 सालों से अपने मोबाइल को फ़ुल ब्राइटनेस पर यूज़ कर रही थी. कुछ दिन पहले जब Chen को आंखों में दर्द, आंखों से लगातार पानी आना और धुंधला दिखना शुरू हुआ तो उसने डॉक्टर को दिखाया. और जब डॉक्टर्स ने उसकी आंखों का चेकअप किया तो उनके और Chen के होश उड़ गए.
9GAG के अनुसार, Fooyin University Hospital के Dr. Hong ने बताया, कि Chen की आंखों के कॉर्निया में 500 से ज़्यादा छेद हो गए हैं. उसकी आंखों में Conjunctival Hyperaemia, मोतियाबिंद और विट्रोस ओपेसिटी के लक्षण भी पाए गए हैं. चेन को समस्या इस समस्या से निजात दिलाने के लिए steroid treatment दिया गया, कथित तौर पर इस इलाज के शुरू होने के तीन दिन बाद उसकी आंख में कुछ सुधार दिखाई दिया.
9GAG की रिपोर्ट के अनुसार, Chen एक कंपनी में सेक्रेटरी है, और अपने काम के कारण उसको मोबाइल से ही मेल्स, मैसेज, और कॉल करनी पड़ती हैं. दिन-रात हर समय उसे मोबाइल पर एक्टिव रहना होता है. इसलिए वो अपने मोबाइल की ब्राइटनेस को हमेशा फ़ुल रखती थी. इसके अलावा डॉक्टर्स का कहना है कि जिस तरह से दो Chen का कहना है कि मोबाइल ने उसकी आंख को ठीक वैसे ही जला दिया है, जैसे माइक्रोवेव किसी चीज़ को जला देता है.
Dr. Hong ने बताया कि 600 ल्यूमेंस की रौशनी में मात्र दो घंटे के लिए आंख में पड़ने से बिलकुल वैसा असर होता है, जैसा कि कुछ मिन्ट्स कर माइक्रोवेव में किसी चीज़ को बेक करने पर होता है.
अगर आप भी मोबाइल ज़्यादा यूज़ करते हैं खासतौर पर रात में लाइट बंद करके, तो आज से ही ऐसा करना बंद कर दीजिये क्योंकि डॉक्टर्स की सलाह है कि रात में फ़ोन यूज़ करना है, तो लाइट ऑफ़ न करें.