25 वर्षीय Lisa Lee ने खर्राटों की आवाज़ से परेशान हो कर अपने बॉयफ्रेंड को लात मार कर बिस्तर से नीचे गिरा दिया, लेकिन अगली सुबह उन्होंने जो देखा, वो देख उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गयी. उन्होंने सुबह अपने बॉयफ्रेंड को मृत पाया. दरअसल, रात को जो आवाज़ आ रही थीं, वो खर्राटों की नहीं, उनके बॉयफ्रेंड की छटपटाहट की आवाज़ थी.

Lisa के पार्टनर, 25 वर्षीय Lewis Little को दिल की एक दुर्लभ बीमारी थी. इस विचित्र बीमारी को Brugada Syndrome कहते हैं. इसमें दिल असामान्य रूप से धड़कने लगता है. डॉक्टर्स ने बताया था कि उन्हें जान का खतरा नहीं है, लेकिन रात को अचानक उनके दिल ने काम करना बंद कर दिया. रात को जब उनके प्राण शरीर छोड़ रहे थे, तब वो आवाज़ें आई थीं, जिन्हें Lisa ने खर्राटों की आवाज़ समझ लिया था.

इस दर्दनाक घटना के बाद Lisa ने एक पेटीशन शुरू की है, जिसमें इस बीमारी से जूझ रहे लोगों के दिल में Internal Defibrillator (ICD) लगाने की बात कही गयी है. ये यंत्र धड़कनों को वापस शुरू कर देता है और मरीज़ की ऐसी स्थिति में जान बच जाती है.

Lisa एक छोटे बच्चे की मां हैं. उन्हें बताया गया था कि उनके पार्टनर एक स्वस्थ ज़िन्दगी जी पाएंगे, लेकिन उनकी बीमारी का पता चलने के एक साल बाद ही उनकी मृत्यु हो गयी. उन्हें लगा था कि वो ठीक हैं, इसलिए उन्होंने उन्हें बिस्तर से नीचे गिरा के चुप हो जाने को कहा था.

जब उन्होंने देखा कि बिस्तर गीला है, तब उन्होंने लाइट ऑन की और देखा कि उनके पार्टनर की सांसें रुक चुकी हैं और चेहरा नीला पड़ चुका है. अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

वो बताती हैं कि इस हादसे के बाद उनकी और उनके बच्चे Tyler की ज़िन्दगी बर्बाद हो गयी है. उन्होंने अपने साथी को खो दिया है. उन्हें लगता है कि अगर ICD लगवा लिया होता, तो उनके साथी की जान बचायी जा सकती थी. वो इसके बारे में अन्य लोगों को जागरूक करना चाहती हैं.

Northumberland के Ashington का ये जोड़ा Lewis के नियमित चेक-अप्स के लिए जाता रहता था. वो एक एजेंसी वर्कर थे. Lisa को डर है कि उनके दो साल बच्चे को भी ये अनुवांशिक बीमारी हो सकती है.

सेल्स असिस्टेंट Lisa बताती हैं कि वो दोनों शादी करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इस हादसे के बाद सबकुछ तबाह हो गया. उन्होंने अपने प्यार को खो दिया है. उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उनका और Lewis का साथ इतना कम समय के लिए होगा. वो अपनी किस्मत तो नहीं बदल सकतीं, पर चाहती हैं कि और लोग इस बीमारी के बारे में जागरूक हों.