ब्रिटिश वैज्ञानिकों और NASA द्वारा की गई एक खोज में ये पाया गया है कि दुनिया के सबसे पुराने जीवाश्म यानि Fossil में पाए जाने वाले सूक्ष्म जीव, वही हैं जो एक समय में मंगल ग्रह पर पाए गए थे.
क्यूबेक, कनाडा में पाया जाने वाला Fossil ये दिखाता है कि धरती पर जीवन 4.2 अरब साल पुराना है यानि अभी तक जो हमें पता था उससे कई लाख साल और पुराना.
इससे ये संभावनाएं बन जाती हैं कि मंगल ग्रह पर भी जीवन रहा होगा क्योंकि वो भी धूमकेतु के टकराने से बना है, जैसे धरती के जीवन के लिए माना जाता है कि विशाल धूमकेतु के टकराने के बाद धरती पर जीवन की शुरुआत हुई थी.
माना जा रहा है कि ये सूक्ष्म जीव समुद्र की गहराई में पैदा हुए हैं और समुद्र में फटे ज्वालामुखी से बाहर आए हैं. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के वैज्ञानिक मानते हैं कि समुद्र के खनिज युक्त वातावरण में जीवन की शुरुआत हुई होगी.
रिसर्चर्स की इस टीम के सदस्य Matthew Dodd कहते हैं कि उनकी खोज ये मानती है कि जीवन की शुरुआत धरती के बनने के तुरंत बाद समुद्र की गर्मी से ही हुई है.
जीवन की इस थ्योरी का एक सबूत ये 3,700 मिलियन साल पुराने पानी के नीचे मिली मल की ये चट्टान भी है, जो सूक्ष्म जीव द्वारा बनाई गई है.
इससे पहले सबसे पुराने Microfossils पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में पाए गए थे, वो भी महज 3.460 मिलियन साल पहले.
वैज्ञानिक मानते हैं कि इससे मंगल ग्रह समेत दूसरे ग्रहों पर जीवन खोजने में मदद मिलेगी. PhD छात्र Mr Dodd ने Telegraph से बताया कि मंगल ग्रह और धरती की शुरुआत एक जैसी थी, इसलिए वो उम्मीद कर रहे हैं कि दोनों ग्रहों पर जीवन होना चाहिए.
अगर 4.2 बिलियन साल पहले दोनों ग्रहों की सतह पर पानी ही था और समुद्र की गर्मी की वजह से धरती पर जीवन आया, तो मंगल पर भी जीवन संभव हो सकता है.