बारिश का मौसम शुरू होते ही कुछ लोगों की बाहें खिल-खिल जाती हैं. हालांकि, कुछ लोगों को बारिश इसलिए पसंद नहीं होती क्योंकि उन्हें कीचड़ ज़रा सा भी नहीं पसंद होता है. लेकिन चिलचिलाती गर्मी के बाद बारिश का अपना ही मज़ा है.
हमारे देश में हर चीज़ के पीछे कोई न कोई तर्क ज़रूर होता है. इनमें से कुछ कहावतें सही हैं, तो कुछ अन्धविश्वास से ज़्यादा कुछ नहीं. भारत में बारिश को लेकर हर किसी के पास अपने-अपने तर्क हैं. बारिश कब और कैसे होगी इसको लेकर 21 वीं सदी में भी लोगों के बीच कई तरह के अन्धविश्वास मौजूद हैं.
चलिए आज हम आपको बारिश से जुड़े कुछ इसी तरह के 11 अन्धविश्वासों से रूबरू कराते हैं-
1- बारिश वाले दिन पैदा होने वाले लोग बहुत बातूनी होते हैं.
2- कड़ाही में खाना खाने वालों की शादी के दिन बारिश होती है.
3- धूप के साथ बारिश का मतलब! बंदर और बंदारिया की शादी.
4- कहावत है कि मेढकों की शादी कराने से बारिश होती है.
5- घर के आंगन में तवा उलटा करके रख देने से बारिश रुक जाती है.
6- मेढकों को गधे पर उछालने से होती है बारिश.
7- धूप के साथ बारिश का मतलब! सियार की शादी हो रही है.
8- कहते हैं कि एक जगह पर ढेर सांप दिख गए, तो समझो बारिश पक्की.
9- महिलाएं नग्न होकर खेत में हल चलाएं तो होती है बारिश.
10- राह चलते लोगों पर पानी व गोबर फेंका तो होती है बारिश.
11- बारिश के दौरान मामा-भांजा साथ खड़े होने पर बिजली गिरती है.
हम इस तरह के अन्धविश्वासों पर यकीन नहीं करते, आप भी न करें.