चांद पर पहुंचने की रेस में मुंबई ने एक कदम और बढ़ा दिया है. भारत के पहले प्राइवेट Lunar Mission ने सौमिल वैद्य नाम के एक युवा वैज्ञानिक द्वारा लीड किये जा रहे Team Indus के Lunar प्रोजेक्ट को शॉर्टलिस्ट कर लिया है. इस प्रोजेक्ट को नाम दिया गया है Team Ears, जिसका पूरा नाम है Electrostatics Active Radiation Shield. आपको बता दें कि विगत 15 मार्च को Lab2Moon नाम के एक कॉन्टेस्ट का आयोजन किया गया था, जिसमें मुंबई के सौमिल के प्रोजेक्ट के साथ-साथ इटली की एक टीम के प्रोजेक्ट को भी विनर घोषित किया गया था.

इस कॉन्टेस्ट में उन लोगों को Invite किया गया था, जो कुछ चांद तक जा पाने वाली ख़ास प्रायोगिक डिज़ाइन बनाने में सक्षम हों. सौमिली अभी पुणे की एक कंपनी में काम करते हैं और वो चांद पर बसने वाले इंसानों को रेडिएशन से बचाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. सौमिल ने बताया कि उनका आईडिया चांद पर जाने वाली स्पेसक्राफ़्ट और जनजीवन के बीच एक शील्ड बनाने की है, जो हमारी रक्षा कर सके. उनकी टीम में दो और लोग हैं, जिनमें से एक ऐश्वर्य मुंगले गोवा यूनिवर्सिटी में छात्र और दूसरे अनिकेत कुमार कोल्हापुर के रहने वाले हैं.

फ़िलहाल सौमिल की टीम के पास सबसे बड़ी बाधा 4 करोड़ की कॉर्पोरेट फंडिंग जुटाने की है. इसके बाद ही वो 15 अप्रैल तक अपने प्रोजेक्ट को भेज पाएंगे. उनके द्वारा बनाया गया डिज़ाइन मात्र 250 ग्राम का है और तीन वाट की ऊर्जा से चलेगा. उनका कहना है कि अगर एक बार हमें Sponsership मिल गयी, तभी हम सब फ़्लाइट के मॉडल पर काम करना शुरू करेंगे. सौमिल की टीम Google Lunar X Prize Competition में भाग लेने वाली अकेली भारतीय टीम है. चयनित डिज़ाइन को एक मशीन से चांद पर भेजा जायेगा.

इन युवाओं से उम्मीद है कि वो ऐसे देश का नाम रौशन करें. टीम Indus को बहुत शुभकामनाएं.