मेरा बेटा इंजीनियर बनेगा… मेरा बेटा डॉक्टर बनेगा, देश के ज़्यादातर माता-पिता यही ख़्वाब देखते हैं. इन दोनों Streams के अलावा एक तीसरा ऑप्शन भी है सिविल सर्विसेज़. ये आज की सच्चाई है. हमने किसी माता-पिता को आज तक ये कहते नहीं देखा कि मेरा बेटा किसान बनेगा. किसानों का देश है पर आज कोई भी किसान बनना या खेती करना नहीं चाहता. वक़्त का हसीन सितम ही है कि जिस Profession की वजह से बाकी सारे Professions का पेट भरता है कोई भी उस Profession को अपनाना नहीं चाहता.

गोवा के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने लीक से हटकर इंजीनियरिंग छोड़कर Farming करने का निश्चय किया. Ajay Naik, कर्नाटक से हैं और वो गोवा में एक सॉफ़्टवेयर कंपनी में काम करते थे. 2011 में उन्होंने उस कंपनी को छोड़ दिया और मोबाइल ऐपलिकेशन्स बनाने वाली अपनी Enterpriseखड़ी की. पिछले साल उन्होंने अपनी कंपनी बेच दी और अपनी Savings से एक Hydroponic Farming का काम शुरू किया. Hydroponic Farming में पौधों को मिट्टी में नहीं बल्कि पानी में Nutrients मिलाकर उगाया जाता है.

अजय ने पिछले साल गोवा के Karaswada में अपना फ़ार्म शुरू किया. 6 लोगों की टीम के साथ शुरू किये अपने फ़ार्म पर वे Nutrient Film Technique से हर तरह की Exotic सब्ज़ियां जैसे Lettuce उगाते हैं. अजय ने अपना फ़ार्म 7 Racks के साथ Vertical Farming Model जैसा बनाया है. इससे जगह भी बचती है. ये एक Hydroponic तकनीक है, जिसमें Nutrients मिले पानी की धार, Watertight Cylindrical Tubes में रखे पौधों की जड़ों से होकर गुज़रती है. ये पानी एक तरफ़ से दूसरे तरफ़ Circulate होता है और फिर दूसरी तरफ़ से Re-Circulate होता है. इससे पानी की खपत पारंपरिक खेती के तरीकों से 80 प्रतिशत कम हो जाती है.

Hydroponic Farming में केमिकल्स का इस्तेमाल ना के बराबर होता है. रिसर्च के बाद अजय को पुणे के एक व्यक्ति के बारे में पता चला जो Hydroponic Farming तकनीक से ही खेती कर रहे थे. उनसे मिलकर अजय ने इस तकनीक की बारीकियां सिखीं. अजय को वहीं से इस तरह की Farming करने की Inspiration मिली. इस बारे में अजय ने बताया,

‘Hydroponic Farming में पानी का Circulation Automatically होता है. तापमान, नमी सभी पर नियंत्रण रखना पड़ता है. मैं पिछले 10 सालों से IT Sector मे काम कर रहा था इसीलिये इसे समझना ज़रा आसान था. पारंपरिक ढंग से खेती मुझे कभी समझ नहीं आती.’

अजय ने Engineering छोड़कर Hydroponic Farming से फल और सब्ज़ियां उगाने की तरफ़ रुख किया. Hydroponic Farming में पौधों को मिट्टी में नहीं, बल्कि पानी में Nutrients मिलाकर उगाया जाता है.

अजय की मानें, तो तकनीक के सही प्रयोग से भारतीय किसान करिश्मा कर सकते हैं. पर कर्ज़ के बोझ और मौसम की मार झेलते किसान नई तकनीक के इस्तेमाल से ज़रा घबराते हैं. उन्हें नुकसान का डर सताता है. अजय इसी सोच को बदलना चाहते हैं और तकनीक को हर किसान तक पहुंचाना चाहते हैं.

Hydroponic Farming में मिट्टी का प्रयोग नहीं होता, इसीलिये केमिकल्स और Pesticides की भी आवश्यकता नहीं पड़ती.

अजय का कहना है कि उनका फ़ार्म गोवा का पहला Hydroponic Farm है. अजय अब इस तकनीक को बाकी किसानों तक भी पहुंचाने में जुट गए हैं और कुछ किसानों को उन्होंने ये तकनीक सिखाई भी है. Hydroponic Farming से उगाई गई सब्ज़ियां और फलों की गुणवत्ता भी अधिक होती है. इस तकनीक से बड़े-बड़े शहरों में भी आसानी से फल और सब्ज़ियां उगाई जा सकती हैं.

Source: The Better India