इंटरनेट और सोशल मीडिया की दुनिया में लोग आत्म-केंद्रित हो गए हैं और वर्तमान समय में उदारता और दयालुता जैसी बातें पुराने ज़माने की बात बन कर रह गई हैं. मगर इस सेल्फ़ सेंटर्ड दुनिया में अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं जो मानवता को ज़िंदा रखने में अहम योगदान देने के साथ-साथ मिसाल पेश कर रहे हैं.
आज हम आपको ऐसे ही एक शख़्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो प्यार, सहानुभूति और दया-भाव से भरा हुआ है और वो अपनी मेहनत की कमाई को किसी गरीब इंसान के साथ शेयर करने में एक बार भी नहीं सोचता है. इस शख़्स का नाम है Harald Baldr, और ये नॉर्वे का एक यूट्यूबर है, जो दुनिया घूमता है और अपनी यात्राओं के और अलग-अलग टॉपिक्स पर वीडियोज़ बनाता है. Harald का लेटेस्ट वीडियो अहमदाबाद का है. उन्होंने ये वीडियो उस वक़्त शूट किया था, जब उन्होंने सड़क किनारे उस बाल काटने वाले (Barber/Hairdresser) से बाल कटाये, जो बाल काटने के सिर्फ़ 20 रुपये लेता है.
जब Harald ने उस बार्बर से उसके चार्जेज़ के बारे में पूछा, तो बार्बर उनको सही-सही रेट (20 रुपए) बता दिए. उसने विदेशी देखकर Harald को एक भी रुपया ज़्यादा नहीं बताया, जैसा अमूमन हमारे देश में लोग विदेशियों को लूटने के इरादे से करते हैं. उसके बाद Harald ने बाल कटवाए और उसके काम केरने के तरीके से बहुत ख़ुश हो गए. उनको बार्बर का काम करने तरीका बहुत पसंद आया क्योंकि वो अपने काम को पूरी ईमानदारी से कर रहा था.
जब Harald के बाल कट गए, तब उन्होंने बार्बर को 20 रुपये की जगह 30 हज़ार रुपये दिए क्योंकि वो बार्बर की ईमानदारी और काम के प्रति समर्पण से बहुत प्रभावित हुए थे. Harald ने अपनी बात बार्बर को समझाने के लिए एक स्थानीय व्यक्ति की मदद ली और बार्बर को समझाया कि वो ये 30 हज़ार रुपये उसको इसलिए दे रहा है, ताकि वो बाल काटने के लिए कुछ नए उपकरण खरीद सके और अपने परिवार के लिए कुछ अच्छा कर सके.
इस YouTuber ने अपने वीडियो में सभी को ये भी समझाया कि वो एक नई सीरीज़ की शुरुआत कर रहा है, जिसमें वो उस पैसे को दान करेगा जो वो www.patreon.com के ज़रिये हर महीने कमाएगा. ये पैसे उस उद्यमी या ज़रूरतमंद व्यक्ति को दिया जाएगा जिससे वो अपनी यात्रा के दौरान मिलेगा.
इसके साथ ही Harald ने कहा कि पहले वो इन पैसों को अपने ऊपर ही ख़र्च करते थे, लेकिन जैसा कि अब वो YouTube से अच्छी कमाई कर रहे हैं, तो उन्होंने सोचा कि उनको ये पैसे किसी अच्छे काम, या सोसाइटी के लिए खर्च करने चाहिए. हालांकि, अभी इस सीरीज़ का नाम तय नहीं हुआ है और वो भविष्य में अपनी वीडियो सीरीज़ के नाम के लिए लोगों के सुझाव भी लेना चाहते हैं.
सच मायनों में कहा जाए तो ऐसे लोग दुनिया में कम ही हैं, जो ज़रूरतमंदों के, समाज के और दुनिया के बारे में सोचते हैं. इस दुनिया को जीने के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए Harald Baldr जैसे लोगों की बहुत आवश्यकता है!