90s Kids Struggle: 90s एक ख़ूबसूरत समय था. दिन भर मोबाइल फ़ोन की ना घंटी सुनाई देती थी, अपने क़रीब थे और स्मार्टफ़ोन व इंटरनेट पर निर्भरता भी नहीं थी. ज़िंदगी सिंपल और शांत थी. हालांकि, ये सिंपल चीज़ें कभी-कभी ज़िंदगी में स्ट्रगल भी पैदा कर देती थीं, जिनसे हमें मुंह सिकोड़े हुए निपटना पड़ता था. लेकिन आजकल की जनरेशन के पास हाई टेक्नोलॉजी के चलते काफ़ी सुविधाएं हैं.
आइए आपको ले चलते हैं एक नास्टैल्जिया के टूर पर और बताते हैं कि 90s के दौरान लोगों को किन स्ट्रगल्स से गुज़रना पड़ता था.
1. फ़ोटोग्राफ़ कैमरे से खींचने के बाद काफ़ी दिनों तक उसके निगेटिव डेवलप होने का इंतज़ार करना पड़ता था ताकि हम फ़ाइनल फ़ोटोग्राफ़ देख सकें.
2. अपने रिश्तेदारों या क़रीबियों को कॉल करने के लिए ना चाहते हुए भी अपने आसपास के S.T.D. बूथ तक जाने के लिए अपने घर से निकलना पड़ता था.
ये भी पढ़ें: 90’s Kids Things: 90s की वो 7 चीज़ें, खेल और आदतें, जो सिर्फ़ उसी दशक में सिमट कर रह गईं हैं
3. अपने फ़ेवरेट गाने को सुनने के लिए टेप रिकॉर्डर पर बैक का बटन बार-बार दबाना पड़ता था.
4. रेडियो के पास अपना फ़ेवरेट गाना सुनने का इंतज़ार घंटों करना पड़ता था ताकि उसके बजने पर उसे रिकॉर्ड कर सकें.
5. गूगल मैप्स ना होने की वजह से आसपास के लोगों से अपनी डेस्टिनेशन का रास्ता पूछना पड़ता था.
6. अपने क़रीबियों के कॉनटैक्ट नंबर्स किसी डायरी में लिखने पड़ते थे.
7. डायल अप को कनेक्ट करने के लिए काफ़ी लंबे समय तक इंतज़ार करना पड़ता था ताकि इंटरनेट यूज़ कर सकें.
8. घर से बाहर निकलने पर अपने फ्रेंड्स से बात करने का कोई ज़रिया नहीं था, जिससे ये पता चल सके कि वो कहां पर इंतज़ार कर रहे हैं.
9. इंटरनेट बैंकिंग नहीं थी, इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग भी नहीं होती थी. जिस वजह से मार्केट में अच्छा आउटफ़िट चूज़ करने के लिए घंटों गुज़ारने पड़ते थे.
ये भी पढ़ें: बचपन की यादों को ताज़ा करती ‘पोस्टकार्ड’ की इन 15 तस्वीरों के ज़रिए जानिए इसका दिलचस्प इतिहास
10. कोई मॉल नहीं हुआ करते थे, जिसमें सभी चीज़ें एक जगह पर मिल जाएं. सारा दिन एक दुकान से दूसरी दुकान में घूमते-घूमते बिताना पड़ता था.
11. वीडियो गेम्स खेलने और कुछ ऑनलाइन सर्च करने के लिए साइबर कैफ़े जाना पड़ता था.
12. लोग एक-दूसरे को पत्र भेजते थे, जिसका जवाब काफ़ी दिनों बाद आता था.
13. True Caller जैसी कोई चीज़ नहीं हुआ करती थी, इसलिए कौन कॉल कर रहा है, बिना ये जाने फ़ोन उठाना पड़ता था.
90s में टेक्नोलॉजी ना होने के चलते काफ़ी परेशानियां फ़ेस करनी पड़ती थी, लेकिन फिर भी वो दौर Awwwesome था.