90s Sundays Nostalgia: 90s के समय को गोल्डन पीरियड कहा जाए, तो बिल्कुल भी अतिशयोक्ति नहीं होगी. वो वक़्त ऐसा था, जब प्यार, अपनापन, शरारतें थीं. पूरे हफ़्ते स्कूल जाने के बाद बस संडे का इंतज़ार रहता था. उस दिन क़िताबों की शक्ल भी कोई देखने को कह दे, तो पूरा मूड ख़राब हो जाता था. बस पूरा दिन खेलना-कूदना, मस्ती करना और टीवी पर आइकॉनिक कार्टून देखना. जब तक शरीर से आत्मा ख़ुद ना चिल्ला कर कहने लगे कि ‘बस कर बेटा बहुत हो गया‘, तब तक पैर इधर से उधर स्पीड में उधम काटते रहते थे. लेकिन आज का समय काफ़ी बदल गया है. आज के टाइम में लोग संडे पब में या फ़ोन चलाते हुए ही गुज़ार देते हैं.
आइए आपको बताते हैं 90s के दौरान लोग अपना संडे कैसे बिताया करते थे.
1. संडे को हमेशा जल्दी उठ जाते थे, क्योंकि सुबह ही अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने जाना होता था. फिर उसके बाद पूरा दिन छुपन-छुपाई खेलने में बिता देते थे.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/08/All-Stars-cricket.jpg?w=1024)
2. हर संडे दूरदर्शन पर रामायण और महाभारत आती थी. इन पॉपुलर शोज़ के लोग इतने दीवाने थे कि उनको देखने के लिए पूरी सड़कों पर सन्नाटा रहता था और सभी टीवी सेट्स पर चिपके रहते थे.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/08/ramayan-trends-on-twitter-main-1.jpg)
ये भी पढ़ें: 90s का गुणगान करने वालों क्या उस दौर में चखा था इन 9 एक्ज़ॉटिक फ़्रूट्स का स्वाद
3. अभी तक हम डिज़्नी ऑवर पर आने वाले शोज़ ‘Duck Tales’ और ‘Talespin’ को भूले नहीं हैं. आज भी वो हमारे फ़ेवरेट कार्टून हैं.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/08/DuckTales-2017-Reboot-Disney-Image-For-InUth.jpg)
4. ‘जंगल बुक’ से बेहतर कुछ भी नहीं था. सारा दिन ‘जंगल जंगल बात चली है पता चला है’ चीख-चीख कर गाते रहते थे.
5. शाम का टाइम सबसे अच्छा होता था. उस टाइम हम कुछ भी टाइमपास कर सकते थे, क्योंकि उस टाइम में रोज़ किया जाने वाला होमवर्क हमने एक दिन पहले ही निपटा लिया होता था.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/08/gettyimages-860571826-1563990460.jpg)
6. मम्मी हमेशा संडे को स्पेशल लंच बनाती थीं, जो हम DD1 पर मूवीज़ देखने के दौरान बड़े चाव से खाते थे.
ये भी पढ़ें: बचपन की यादों को ताज़ा करती ‘पोस्टकार्ड’ की इन 15 तस्वीरों के ज़रिए जानिए इसका दिलचस्प इतिहास
7. संडे पर रेडियो सुनने का एक अलग ही मज़ा होता था. उस पर आ रहे आइकॉनिक रेट्रो गाने पूरा माहौल बनाने के लिए काफ़ी थे.
![90s Sundays Nostalgia](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2022/08/810142-cbb0adc0-f23c-413f-b109-8c61c53e14cc.jpg)
8. संडे की सबसे ख़ास बात ये होती थी कि खाना खाने के बाद अपने दोस्तों के साथ वॉक करने भी जा सकते थे, जोकि एक-दूसरे से रेस लगाने वाले गेम में तब्दील हो जाती थी.
90s के संडे की बात ही कुछ अलग थी.