(Barwaan Kala Village In Bihar)- भारत की संस्कृति, धरोहर और सादगी बहुत विचित्र और दिलचस्प है. इस देश के अनोखेपन का बोलबाला पूरे विश्व में है. भारत के बिहार राज्य में ऐसा ही एक गांव है जो अपने आप में ही बहुत दिलचस्प है. इस गांव का नाम ‘बरवां कला’ है. कैमूर ज़िले में स्थित ये गांव राजधानी पटना से करीब 300 किलोमीटर दूर है. इस गांव को ‘कुवारों का गांव’ भी कहा जाता है. इस गांव को ऐसा क्यों कहा जाता है, इसके पीछे की कहानी जानते हैं.
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चलिए नज़र डालते हैं बरवां कला गांव के दिलचस्प क़िस्से पर- (Barwaan Kala Village In Bihar)-
इस गांव में 50 साल से कोई शादी नहीं हुई थी.
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बरवां कला गांव बिहार के बहुत ही पिछड़ी जगह में आता है. जहां आपको कभी भी ढोल की आवाज़ या फिर शहनाई की गूंज नहीं सुनाई देगी. इस गंभीर समस्या के पीछे बहुत से कारण हैं. ऐसा बिलकुल नहीं है कि यहां के पुरुष शादी नहीं करना चाहते हैं. लेकिन सरकार और अन्य कारणों के चलते यहां कोई भी अपनी बेटी ब्याहना नहीं चाहता है.
क्या है पीछे की वजह?
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इस गांव के क़रीबन 150 पुरुष अविवाहित हैं. जिसकी वजह हर गांव की समस्या की तरह ही है. बिहार के पिछड़े इलाके में होने की वजह से यहां सरकार विकास पर बिलकुल ध्यान नहीं देती है. इस गांव में बिजली, पानी और सड़क की हालत पिछले कई सालों से ख़राब है. इस गांव में पुलिस स्टेशन 45 किलोमीटर दूर है. साथ ही पानी भरने के लिए गांव से 1.5 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. क्योंकि इस गांव के 12 हैंडपंप भी सूख चुके हैं. (Barwaan Kala Village In Bihar)
इस गांव में पहली शादी 2017 में हुई थी.
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वैसे तो इस गांव में शादी होना बहुत ही मुश्किल है. लेकिन अगर ख़ुशक़िस्मती से किसी पुरुष की शादी हो भी जाती है, तो उसे पहले गांव से निकलकर ऐसी जगह गेस्ट हाउस लेना पड़ता है जहां सारी सुख- सुविधाएं हो. बताया जाता है कि इस गांव में पहली शादी 2017 में हुई थी.