सोना और अच्छे से सोना इन दोनों में बहुत फ़र्क़ है. जब हम अपनी आठ घंटे की नींद पूरी करके उठते हैं तो पूरे दिन भर हमें थकान ही नहीं लगती है क्योंकि अच्छे से सोने से शरीर को एनर्जी के साथ-साथ काम करने की ताक़त भी मिलती है. ऐसा बड़े पदों पर कार्यरत लोगों का भी मानना है.
Amazon के Chief Executive, Jeff Bezos, जब एक कंप्यूटर प्रोग्रामर थे उस वक़्त वो अपने साथ स्लीपिंग बैग ले जाते थे, ताकि वो अपनी 8 घंटे की नींद पूरी कर सकें. इतना ही नहीं उनका मानना था कि जब वो अपनी 8 घंटे की नींद पूूरी करते हैं तब उनके स्टॉकहोल्डर में पॉज़ीटिव परिणाम मिलते हैं.
इसके अलावा 15 बुक्स की लेखिका और Huffington Post की संस्थापक Ariana Huffington ने अपनी बुक ‘The Sleep Revolution: Transforming Your Life, One Night At A Time’ में लिखा है कि कैसे नींद पूरी होने से उनकी लव लाइफ़ में अच्छे सुधार हुए.
यही कारण है कि रात में अच्छे से नींद लेने पर रचनात्मकता, उत्पादकता और एनर्जी दोनों आती हैं.
क्या लोग वास्तव में अधिक सोते हैं?
देर रात तक जगना अब शायद लोगों में नहीं रह गया है. नींद को लेकर लोगों में ये बड़े बदलाव देखने को मिले हैं. जो लोग पहले दोस्तों के साथ या सोशल मीडिया पर बिज़ी रहते थे. वो भी अब जल्दी सोने के पक्ष में हैं. आपने कई बार सोशल मीडिया या फिर फ़ोन पर अपने दोस्तों से सुना होगा कि वो रात 10:30 बजे ही ग्रीन टी पीने के बाद सोने के लिए चले जाते हैं. ये बदलाव बेहतर हैं.
अच्छे से सोने से क्या होगा?
अगर आप अपने मुलायम और नरम-नरम बिस्तर पर चैन की नींद लेते हैं तो आपको इसके परिणाम देखने को मिलेंगे. इसके अच्छे परिणाम आपको त्वचा, बालों और चेहरे पर भी नज़र आएंगे. इससे आपको डार्क सर्कल भी नहीं होंगे. आपको सिर दर्द से भी आराम मिलेगा.
नींद हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है. मगर इस भागती ज़िंदगी में कहीं न कहीं हम अपनी नींद को भूल चुके हैं. एक बात का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है कि सिर्फ़ अच्छी नींद लेने से आप कई बीमारियों से बच सकते हैं. इसलिए चैन से सोना.
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