टमाटर की क़ीमतों (Tomatoes Price) में ऐसी आग लगी है कि इस आग ने कई घरों के चूल्हे ठंडे कर दिये है. खाने से टमाटर की खटास निकाल दी है. इसकी वजह, टमाटर की आपूर्ति में कमी आना है. इसके चलते ही देश की कई जगहों पर टमाटर की क़ीमतें इतनी बढ़ी हैं कि 150 से ऊपर जा चुकी हैं. मगर जहां एक ओर टमाटर को देखते ही बड़े बड़ों के पसीने छूट रहे हैं वहीं दूसरी ओर कर्नाटक के एक मिडिल क्लास किसान परिवार के लिए ये बढ़े हुए दाम वरदान साबित हुए हैं. इन्हीं बढ़ी क़ीमतों के चलते इस किसान ने लाखों रुपये कमा लिए हैं.
आइए जानते हैं कि, कर्नाटक के इस किसान (Karnataka Farmer) ने आपदा को अवसर में कैसे बदला?
ये भी पढ़ें: ये है दुनिया का सबसे महंगा टमाटर, इसके एक किलो बीज की क़ीमत है इतने करोड़ रुपये
किसानों का ये परिवार कर्नाटक के कोलार इलाक़े में रहता है और यहीं पर वो अपने 40 एकड़ के खेत में टमाटर की खेती कर रहे हैं. अपने ही खेत के टमाटर बेचकर इस किसान परिवार ने 38 लाख रुपये कमाए हैं.
The Economics Times के अनुसार,
टमाटर की क़ीमतें बढ़ने के बाद किसान परिवार अब तक 2000 पेटियां बेच चुका है. इनकी एक पेटी की क़ीमत 1900 रुपये है इसके चलते इनकी कुल आमदनी 38 लाख रुपये होती है.
किसान परिवार के मुखिया प्रभाकर गुप्ता और उनके भाई हैं, जो पिछले 40 सालों से अपने 40 एकड़ खेत में टमाटर उगाकर अपनी ज़िंदगी बसर कर रहे हैं. मगर इससे पहले कभी इन्हें टमाटर से इतनी बड़ी आमदनी नहीं हुई. जिस टमाटर की एक पेटी को दाम बढ़ने के बाद गुप्ता भाइयों ने 1900 रुपये का बेचा है. उसी पेटी को दाम बढ़ने से पहले 800 रुपये का बेचते थे. इस एक पेटी का वज़न 15 किलो होता है. इस समय 1 किलो टमाटर 126 रुपये से अधिक का बिक रहा है.
ये भी पढ़ें: बॉलीवुड के अन्ना उर्फ़ सुनील शेट्टी के किचन पर भी भारी पड़ रहा है ‘टमाटर’ का भाव, नहीं खा रहे टमाटर
भारत के कई शहरों में टमाटर की क़ीमतें बढ़ने से लोगों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि जितने में एक छोटे परिवार की एक दिन की सब्ज़ी आ जाती थी उतने में सिर्फ़ टमाटर आ रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, McDonald’s और Burger King जैसी जंक फ़ूड चेन ने भी अपने व्यंजनों से टमाटर को हटा दिया है.
आपको बता दें, विशेषज्ञों की मानें तो, टमाटर की बढ़ी हुई क़ीमतें अस्थायी हैं, जो मॉनसून के चलते आपूर्ति न होने से बढ़ी हैं. ये कुछ दिनों में सामान्य हो जाएंगी.