मुकेश अंबानी दुनिया की वो शख़्सियत बन चुके हैं जिनका नाम लेते ही ज़हन में पैसा घूमने लगता है. अगर सड़क चलते हमारे दस रुपये भी गिर जाये न, तो हम पहले रुक कर उसे ढूंढते हैं. पर भाई अगर मुकेश अंबानी के 10 हज़ार रुपये भी गिर जायें न तो वो पलट कर नहीं देखेंगे. क्योंकि जितना टाइम वो पैसे उठाने में ज़ाया करेंगे, उतने टाइम में वो करोड़ों रुपये कमा लेंगे.
अब जिसके पास इतनी संपत्ति और पैसा है, उसके पास सुरक्षा का इंतज़ाम भी तगड़ा होना चाहिये. इसलिये हमारे अंबानी साहब को हमेशा कड़ी सुरक्षा में रखा जाता है.
कौन करता है मुकेश अंबानी की सुरक्षा?
हर दिन तरक्की करते मुकेश अंबानी सफ़लता का इतिहास रच चुके हैं. बस इसलिये उन्हें 2013 से Z प्लस सुरक्षा दी गई. Z प्लस सुरक्षा हर किसी को नहीं मिलती है. देश में मात्र 17 लोग ऐसे हैं जिन्हें Z प्लस सिक्योरिटी दी जाती है. इसमें देश का प्रधानमंत्री भी शामिल होता है.
Z Plus सुरक्षा क्यों?
2013 में मुकेश अंबानी को मुजाहिद्दीन ग्रुप से मिली धमकी के बाद भारत सरकार ने उन्हें Z Plus सुरक्षा देने का निर्णय किया था. 7 सालों से वो मुकेश अंबानी Z Plus सुरक्षा लिये हुए हैं.
आपको बता दें कि Z Plus सुरक्षा में करीब 55 पर्सनल सेक्योरिटी गार्ड्स होते हैं. 55 में लगभग 10 एलीट लेवल के राष्ट्रीय सिक्योरिटी गार्ड्स शामिल होते हैं, जो दिन-रात मुकेश अंबानी की सुरक्षा में तैनात रहते हैं. Z Plus सुरक्षा का हर महीने का खर्च लगभग 15-16 लाख रुपये है. सेक्योरिटी गार्ड्स की ये सैलरी मुकेश अंबानी गर्वमेंट को देते हैं. इसके साथ ही इन गार्ड्स को किचन और टॉयलेट की सुविधा भी दी जाती है. Z Plus सिर्फ़ और सिर्फ़ हाई रैंक के लोगों को ही मिल जाती है.
अंबानी परिवार कहीं भी आये-जाये ये सेक्योरिटी गार्ड्स हमेशा उनके साथ रहते हैं.