North East India Mystical Places: भारत का उत्तर पूर्वी भाग (North East India) तेज़ी से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवलर्स का पसंदीदा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनता चला जा रहा है. यहां के कल्चर, भूभाग, भाषा, फ़ूड और मौसम में विविधता नॉर्थ ईस्ट इंडिया को एक्सप्लोर करने के लिए एक आकर्षक जगह बनाते हैं. हालांकि, अक्सर ट्रैवलर्स वो ही जगह पहुंचते हैं, जो इंटरनेट पर आसानी से मिल जाती हैं. लेकिन कई ख़ूबसूरत जगहें सिर्फ़ रहस्य ही बनकर रह जाती हैं. उत्तर पूर्वी भाग का एक बड़ा हिस्सा अभी तक टूरिस्ट के लिए एक्सप्लोर करने के लिए रह गया है.
आइए हम आपको नॉर्थ ईस्ट की कुछ रहस्यमयी जगहों (North East India Mystical Places) के बारे में बताते हैं, जो आपको अगली बार ज़रूर एक्सप्लोर करनी चाहिए.
North East India Mystical Places
1. भुबन गुफाएं
मणिपुर और मिज़ोरम की सीमा से लगी बराक घाटी के दक्षिण पूर्व में भुबन हिल्स तीर्थयात्रा का केंद्र है और ट्रेकर्स व पर्वतारोहियों का पसंदीदा टूरिस्ट स्पॉट है. भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिर के अलावा, यहां घने जंगलों से पहाड़ियों के ऊपर किंवदंतियों और रहस्यों की भरमार है. माना जाता है कि वहां की गुफ़ा में प्रमुख देवता पौ भुआंचानिउ का निवास है. हर साल फ़रवरी के महीने में, हजारों भक्त भुवनेश्वर गुफा की तीर्थ यात्रा करते हैं. यहां विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होते हैं.
मेयोंग असम के मोरीगांव ज़िले में स्थित एक छोटा सा गांव है. ये ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर बसा हुआ है. इसे काला जादू और जादू टोना की धरती भी कहा जाता है. ये गांव सदियों से डार्क आर्ट का केंद्र रहा है. तंत्र क्रिया के केंद्र के रूप में भी जाना जाने वाला ये गांव कई उपकरणों के लिए एक उत्खनन स्थल था, जो कभी मानव बलि के दौरान उपयोग किए जाते थे. वो रस्में अब गुज़रे जमाने की बात हो गई हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि बाकी सब रुक गया. इस गांव के कुछ निवासी आज भी काला जादू करते हैं. ये ज्ञान पीढ़ियों से चला आ रहा है. (North East India Mystical Places)
3. ज़िलाद झील
ज़िलाद झील मणिपुर के तामेंगलोंग ज़िले में स्थित है. इसके सुंदर और रहस्यमय क़िस्से हैं, जो इसे देखने के लिए एक ऐसी दिलचस्प जगह बनाते हैं. ज़िलाद क्षेत्र में स्थित सात झीलों में सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय है. स्थानीय लोगों के अनुसार, चाहे बारिश हो या धूप, झील एक ही स्थिति में रहती है. यहां ये बात भी बताना ज़रूरी है कि तामेंगलोंग एक ऐसा स्थान है, जहां भारी वर्षा होती है. लेकिन इस झील में कभी बाढ़ नहीं आई और न ही ये कभी सूखी. झील कैसे उसी कंडीशन में रहती है, ये कोई नहीं जानता.
4. माउंट तोत्सू
रुमेनसिन्यु के रेंगमा जनजाति से भरा हुआ माउंट तोत्सू गांव रहस्य में डूबा हुआ है. कई स्थानीय लोककथाएं इस दूर बसे पर्वत को रहस्यमय प्राणियों के निवास के रूप में पहचानती हैं. एक लोककथा के अनुसार, इसके ठीक बगल में पहाड़ और चट्टान पर एक विशालकाय सांप और एक केकड़ा पहरा देता है. यहां के स्थानीय लोगों को मानना है कि इस पर्वत से छेड़छाड़ ना करना ही बेहतर है, इसलिए किसी भी तरह का शिकार या प्रकृति को नुकसान पहुंचाने की प्रक्रिया यहां पर सख्ती से मना है. जब भी कोई जंगल जाता है, तो यहां के स्थानीय लोग रोने की आवाज़ के रूप में पहाड़ की आत्माओं को पुकारते हैं. इसके साथ ही गांववाले ये भी मानते हैं कि कोई भी व्यक्ति जो इस क्षेत्र में नया है, उसे अकेले पहाड़ पर नहीं घूमना चाहिए. (North East India Mystical Places)
मौफ़लांग जंगल मेघालय की सबसे अच्छी तरह से संरक्षित साइट्स में से एक है. इस जंगल में एक रूल है कि किसी को भी जंगल से कुछ भी लेने की अनुमति नहीं है. ना ही पत्थर, ना ही पत्तियां, यहां तक एक टहनी भी नहीं. इस जंगल से कुछ भी कोई लेकर नहीं जाता. ये घास के मैदान और घने जंगल का सुंदर मिश्रण है. ये ऐसे स्थानीय पारंपरिक कानून हैं, जो इन वनों की रक्षा करते हैं, वे मूल वनों के संरक्षण में इतनी बड़ी भूमिका निभाते हैं. इसे आपको ज़रूर एक्सप्लोर करना चाहिए.
इस बार नॉर्थ ईस्ट जाकर इन जगहों को एक्सप्लोर करना मत भूलना.