ज़िंदगी में कितना भी कुछ हासिल कर लो, लेकिन दिल के किसी कोने में एक ख़्वाहिश रह जाती है. वो ख़्वाहिश होती है जो नहीं कर पाए. इसके बारे में कितनी बार हम अपने दोस्तों और फ़ैमिली से बोलते हैं कि पता है ‘मैं सिंगिंग बहुत अच्छी कर लेती थी’, लेकिन घर के हालात, ज़रूरतों और समय ने उसे अधूरा छोड़ने पर मजबूर कर दिया. मगर आज की नई पीढ़ी ने अपने शौक़ को पैसे कमाने का ज़रिया बना लिया है. उन्हें लगता है कि ये पैसे कमाने का अच्छा साधन है, जबकि ऐसा नहीं इसे बदलने की ज़रूरत है.

ऐसा किया जा सकता है बस कुछ बातों का ध्यान रखकर:
आप जो करना चाहते हैं वो करें

अपने शौक़ को पैसे कमाने के तनाव से दूर रखें. अगर आप चाहते हैं कि आपको जॉगिंग, रनिंग, गार्डनिंग या फ़ोटोग्राफ़ी करनी है तो आप उसे पूरे दिल से करें.
‘शौक़’ पैसे कमाने के लिए नहीं सुकून पाने का ज़रिया होता है

जब आप अपने शौक़ को पैसा कमाने में बदल देते हैं तो उसी वक़्त आपका सुकून कहीं खो जाता है. क्योंकि शौक़ के बदले जब पैसे मिलने लगते हैं तो लोगों की उम्मीदें आपसे बढ़ जाती है और आपका वही काम आप पर हावी होने लगता है.
परफ़ेक्शन ढूंढना बंद करो, शौक़ सिर्फ़ मस्ती के लिए होते हैं

सबसे पहली बात अगर कोई काम करना आपको सुकून देता है तो उसमें परफ़ेक्शन न ढूंढें क्योंकि वो सिर्फ़ आपके लिए एक सुकून का ज़रिया है. जब आप उसमें परफ़ेक्शन लाने की कोशिश करेंगे तो कहीं न कहीं उसमें फंसने लगेंगे और वो आपको परेशान करने लग जाएगा. आपको स्वीमिंग, पेंटिंग, डांसिंग या सिंगिग कुछ भी करनी है उसे दिल से करें न कि उसमें परफ़ेक्ट होने की कोशिश करें.

कुछ ऐसा जिसे करने पर आप तनाव मुक्त होते हैं उसे करना बुरा नहीं है. अगर उसे करने में आपका ज़्यादा समय लग रहा है और आपको उसके बदले पैसे नहीं मिल रहे हैं, तो चिंता मत करिए वो आपके सुकून का साधन हो सकता है.
Lifestyle से जुड़े आर्टिकल ScoopwhoopHindi पर पढ़ें.