भारत में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित होने जा रहा है. देश में बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण के चलते अब केंद्र सरकार ने इसमें किसी भी तरह की छूट देने से साफ़ इंकार कर दिया है. भारत में आज हालात ये बन गये हैं कि प्लास्टिक इस्तेमाल किए बिना लोगों का काम ही नहीं चलता. फिर चाहे वो चम्मच-प्लेट हों या फिर प्लास्टिक की चियर-टेबल. हमारे घरों में हर जगह बस प्लास्टिक ही प्लास्टिक का अंबार लगा हुआ है. इस समस्या का समाधान किसी के भी पास नहीं है. फिर चाहे वो सरकार हो या फिर आम जनता. लेकिन इस दुनिया में कुछ सज्जन क़िस्म के इंसान भी रहते हैं, जिन्होंने देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने की कसम खा राखी है.

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आज हम आपको गुजरात के जूनागढ़ में स्थित एक ऐसे ‘Cafe’ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लोगों को प्लास्टिक के बदले मुफ़्त में खाना खिलाने का नेक काम करने जा रहा है. मतलब ये कि आप अपने घर और आस-पास का प्लास्टिक इकठ्ठा करके इस कैफ़े में ले जाइये और Cafe के मालिक आपको फ़्री में भरपेट खाना खिलाएंगे. अरे जनाब घबराइये नहीं, यहां कोई आपको ‘कबाड़ी वाला’ नहीं समझेगा. क्योंकि इस Cafe में आपको कई भले लोग भी अपने दोनों हाथों में ‘प्लास्टिक कचरा’ थामे नज़र आ जायेंगे. 

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जूनागढ़ में खुले इस नए और अनोखे कैफ़े का नाम ‘प्राकृतिक प्लास्टिक कैफ़े’ है. इस कैफ़े ने देश में बढ़ते ‘प्लास्टिक कचरे’ की समस्या के समाधान के लिए ये नायाब तरीका अपनाया है. इस Cafe की सबसे ख़ास बात ये है कि ये ख़ुद भी किसी भी तरह के प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करता है और लोगों को भी प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की सलाह देता है. ये Cafe इसलिए भी ख़ास क्योंकि यहां सिर्फ़ ऑर्गैनिक चीज़ों का ही इस्तेमाल होता है. इस कैफ़े में स्थानीय किसानों के खेतों में उगी ऑर्गैनिक फल-सब्ज़ियों से ही खाना बनता है.

Prakritik Plastic Cafe

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जेब में पैसे नहीं, हाथों में प्लास्टिक लेकर कैफ़े जाना

The Times of India की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, 30 जून, 2022 से शुरू होने जा रहे इस Cafe में जब जूनागढ़ के लोग खाने-पीने के लिए जाएंगे तो वो जेब में ‘पैसे’ नहीं, बल्कि हाथों में घर का ‘प्लास्टिक कचरा’ समेटकर जायेंगे. इस कचरे से वो कैफ़े से खाने-पीने की कोई भी चीज़ ख़रीद सकते हैं. मतलब ये कि Cafe में आपको प्लास्टिक के बदले आपकी मनपसंद खाने-पीने की चीज़ें मिल जाएंगी.

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प्लास्टिक के बदले मिलेगा नींबू पानी और शरबत  

30 जून को ओपन हुये इस Cafe को ‘सर्वोदय सखी मंडल’ की महिलाएं चलाएंगी. इस संस्था ने किसानों के साथ टाइ-अप भी किया है और प्रशासन ने इन्फ़्रास्ट्रक्चर के ज़रिए इसकी मदद भी की है. इस कैफ़े में 500 ग्राम ‘प्लास्टिक कचरे’ के बदले आपको 1 गिलास शरबत या 1 गिलास नींबू पानी मिलेगा. जबकि 1 किलो ‘प्लास्टिक कचरे’ के बदले 1 प्लेट ढोकला या 1 प्लेट पोहा मिलेगा. इसके अलावा भी कैफ़े के मेन्यू में काठियावाड़ी प्लैटर और गुजराती प्लैटर भी शामिल हैं. कुल मिलकर जितना ज़्यादा प्लास्टिक डोज उतनी ही ज़्यादा खाने-पीने की चीज़ें मिलेंगी.

Prakritik Plastic Cafe

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30 जून, 2022 को जूनागढ़ के ज़िलाधिकारी इस Prakritik Plastic Cafe का उद्घाटन करेंगे. इसके लिए ज़िला प्रशासन ने एक एजेंसी भी हायर की है, जो इस ‘प्लास्टिक वेस्ट’ को ख़रीदेगी. दिल्ली के नज़फ़गढ़ और छत्तीसगढ़ में भी इसी तरह के कैफे़ हैं, जहां प्लास्टिक कचरा देकर खाना ख़रीदा जा सकता है.