आज हमें कहीं भी आना-जाना हो या फिर किसी जगह को देखना हो, तो झट से Google कर लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस धरती पर ऐसी कई जगहें हैं, जो आपको Google मैप पर भी नज़र नहीं आएंगी. ये वो गुप्त स्थान हैं, जिन्हें किसी न किसी कारण से मैप पर छिपाने की कोशिश की गई है. इन्हें अगर आप सर्च करेंगे, तो ये धुंधले नज़र आएंगे. ऐसा इन जगहोंं को लोगों की नज़रों से छिपाने के लिए किया गया है.
तो, आइए जानते हैं, वो कौन-कौन सी जगह हैं, जिन्हें हम Google मैप भी देख नहीं सकते हैं-
1. कैटेनोम परमाणु ऊर्जा संयंत्र – फ्रांस
Cattenom परमाणु ऊर्जा संयंत्र दुनिया का नौवां सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा केंद्र है, जो लक्ज़मबर्ग शहर के क़रीब Grand Est में स्थित है. यदि आप इसे Google मैप पर सर्च करेंगे, तो इस पूर एरिया की इमेज के पिक्सल फटे हुए नज़र आएंगे.
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2. कोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा – ग्रीस
3. अमचिटका द्वीप – अलास्का
अगर आप इस द्वीप को सर्च करेंगे, तो देखेंगे कि आधे से ज़्यादा द्वीप धुंधला है. रिकॉर्ड के अनुसार, 1950 के दशक के अंत में अमेरिकी परमाणु ऊर्जा आयोग द्वारा अमचिटका को भूमिगत परमाणु परीक्षणों के लिए साइट के रूप में चुना गया था. कहा जाता है कि इस द्वीप पर तीन भूमिगत परमाणु परीक्षण किए गए थे. आज, इस द्वीप पर रेडियोधर्मी सामग्री के किसी भी रिसाव के लिए निगरानी की जा रही है. एक अनुमान के मुताबिक, 2025 में ये द्वीप एक वन्यजीव संरक्षण बन जाएगा, जहां लोगों का आना मना होगा.
4. जेनेट द्वीप – रूस
5. Marcoule परमाणु स्थल – फ्रांस
Google मैप पर फ्रांस की मार्कोले परमाणु साइट को देखना मुमकिन नही है, क्योंकि मैप पर पूरी साइट की तस्वीर के पिक्सल फटे हुए नज़र आते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा फ़्रांसीसी सरकार के कहने पर किया गया है. क्योंकि ये फ़्रांस के शीर्ष परमाणु अनुसंधान सुविधाओं में से एक है.
6. मिनामी तोरीशिमा हवाई अड्डा – जापान
7. मोरुरोआ द्वीप – फ्रेंच पोलिनेशिया
8. हाई-फ़्रीक्वेंसी एक्टिव ऑरोरल रिसर्च प्रोग्राम – गकोना, अलास्का
इसे डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (DARPA) और अमेरिकी वायु सेना, नौसेना द्वारा फंड किया गया था. Google मैप पर इस जगह की तस्वीर आपको सफ़ेद रंग से ढकी हुई नज़र आएगी.