शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में एक है ह्रदय. वहीं, इसके बिना इंसान का बचना मुश्किल है. लेकिन दोस्तों, मेडिकल साइंस ने इतनी तरक़्क़ी कर ली है कि इंसान बिना दिल के भी कई दिनों तक जीवित रह सकता है. यह कैसे मुमकिन है, यह हम ‘Stan Larkin’ नाम के शख़्स के ज़रिए आपको बताने जा रहे हैं. बता दें कि ‘स्टेन’ बिना दिल के 555 दिनों तक जीवित रहे थे.   

हृदय संबंधी गंभीर बीमारी   

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बता दें कि ‘Stan Larkin’ ‘Familial Cardiomyopathy’ नामक एक गंभीर हृदय संबंधी बीमारी से पीड़ित थे. 2014 में उनका इलाज शुरू किया गया, जिसमें उन्हें Heart Transplant के लिए कहा गया, क्योंकि वो अपने असल ह्रदय के साथ ज़्यादा दिनों तक जीवित नहीं रह सकते थे.   

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लेकिन, यहां समस्या यह थी कि उन्हें कोई हृदय डोनेट करने वाला नहीं मिल रहा था. वहीं, 2016 में जाकर उन्हें डोनर मिला और उनका Heart Transplant किया गया.   

555 दिनों तक बिना दिल के   

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‘स्टेन’ के असल ह्रदय को 2014 में ही निकाल दिया गया था. उन्हें नए दिल के इंतज़ार में बिना दिल के 555 दिन गुज़ारने पड़े. ऐसा आर्टिफ़ीशियल दिल यानी ‘Syncardia Device’ की वजह से संभव हो पाया. ‘स्टेन’ 555 दिनों तक पीठ पर टंगे आर्टिफ़ीशियल दिल की बदौलत जिंदा रहे.    

कैसी बीमारी है ‘Familial Cardiomyopathy’?   

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मेडलाइनप्लस के अनुसार, ‘Familial Cardiomyopathy’ एक अनुवांशिक हृदय रोग है. यह तब होता है जब हृदय की मांसपेशी हृदय के किसी एक या अधिक चेंबर में पतली या कमज़ोर हो जाती हैं. इससे हृदय के उस चेंबर का खुला क्षेत्र बड़ा हो जाता है. परिणामस्वरूप हृदय सामान्य रूप से ब्लड को पंप नहीं कर पाता है.   

कब किया जाता है आर्टिफ़ीशियल दिल का प्रयोग?   

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यह आपके लिए जानना ज़रूरी है कि आर्टिफ़ीशियल दिल का प्रयोग कब किया जाता है. बता दें कि हार्ट फ़ेल की स्थिति में ‘Syncardia Device’ का प्रयोग किया जाता है, जोकि एक कृत्रिम दिला होता है, क्योंकि हार्ट फ़ेल की स्थिति में हार्ट स्पोर्टिंग उपकरण रोगियों को बचाने में कामयाब नहीं होते हैं. वहीं, यह उपकरण Heart Transplant तक मरीज़ को जीवित रखने में सहायक हो सकता है.   

‘स्टेन’ के हिम्मत भरे शब्द   

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Heart Transplant के बाद ‘मिशिगन विश्वविद्यालय’ में हो रही एक प्रेस वार्ता के दौरान स्टेन ने कहा था कि कृत्रिम ह्रदय की वजह से ही मुझे नया जीवन मिल पाया है. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि बहुत से लोग आर्टिफ़ीशियल दिल का प्रयोग करने से डरते हैं, लेकिन सच मानिए यह आपके लिए मददगार साबित हो सकता है.