The Bohri Kitchen: हम जिस समाज में रहते हैं वहां लड़कों का खाना बनाना लड़कियों के लिए किस्मत की बात होती है और लड़कियों का खाना बनाना उनका फ़र्ज़. भले ही समाज की ये सोच आज भी न बदली हो, लेकिन इसी समाज में रहने वाले कई लड़के ऐसे हैं, जो सोच को बदलने के लिए नहीं, बल्कि अपने शौक़ के लिए खाना बनाने का काम कर रहे हैं. वो चाहे घर हो या किसी रेस्टोरेंट में और वो ऐसा किसी के दबाव में नहीं करते अपनी मर्ज़ी से करते हैं. ऐसे ही हैं मुनाफ़ कपाड़िया, जिन्होंने गूगल की नौकरी सिर्फ़ इसलिए छोड़ दी कि वो लोगों को अच्छे और अलग स्वाद के खाने से मिला पाएं.
The Bohri Kitchen
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गूगल जैसी नौकरी छोड़ना आम बात नहीं है और उससे कहीं ज़्यादा आम बात ये नहीं है कि एक लड़का नौकरी छोड़कर खाना बनाए. मगर मुनाफ़ ने अपने दिल की सुनी और नौकरी छोड़कर The Bohri Kitchen नाम का रेस्टोरेंट खोलकर लोगों को टेस्टी-टेस्टी खाना खिलाना शुरू कर दिया. मुनाफ़ के खाने का स्वाद आम लोगों तक सीमित नहीं है उनके खाने के फ़ैन बॉलीवुड के कई बड़े स्टार्स हैं, जिनमें ऋषि कपूर, रानी मुखर्जी, ऋतिक रौशन तक और कई नाम शामिल हैं.
मुनाफ़ दाऊदी बोहरा कम्यूनिटी से ताल्लुक रखते हैं. इनके यहां स्मोक्ड चिकेन कीमा, नल्ली-नहारी और काजू चिकन बनता है, जो मार्केट में बहुत ही मुश्किल से मिलता होगा या नहीं भी मिलता होगा. बस यही वो चीज़ थी, जिसने मुनाफ़ को The Bohri Kitchen का आइडिया दिया.
The Better India को दिए इंटरव्यू में मुनाफ़ ने बताया कि,
कुछ साल पहले मैंने अपने बर्थ डे पर कुछ दोस्तों को बुलाया उन लोगों को मेरे और मेरी मां के हाथ का बना खाना ख़ूब पसंद आया. मेरी मां नफ़ीसा को खाना बनाने का शौक़ है और मेरे दोस्त उनके हाथों का स्वाद भूल नहीं पा रहे थे. मेरे लिए, मेरे दोस्तों से ज़्यादा मेरी मां की प्रतिक्रिया मायने रखती थी.
दोस्तों और मां से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद मुनाफ़ ने इसे ऑनलाइन ब्रांड बनाने की सोची, लेकिन उससे पहले उन्होंने अपने घर पर ही डाइनिंग सुविधा देनी शुरू की. इसके लिए, उन्होंने कॉल्स और इमेल्स के ज़रिए लोगों को जानकारी दी. फिर हर हफ़्ते क़रीब 8 लोगों के बैठने की व्यवस्था अपने घर पर ही की जहां वो मुनाफ़ के स्पेशल और टेस्टी खाने का स्वाद ले पाते थे. धीरे-दीरे मुनाफ़ की चर्चा होने लगी, जो भी उनके घर खाने आता था वो हमेशा ख़ुश होकर जाता था. डायनिंग व्यवस्था के दौरान भी मुनाफ़ ने गूगल की नौकरी नहीं छोड़ी थी.
मुनाफ़ ने बताया, जब मैंने नौकरी छोड़ने का फ़ैसला लिया तो मेरे बॉस ने मुझसे कहा,
अगस्त 2015 की बात है जब मैं नौकरी छोड़ना चाहता रहा था, लेकिन मैं झिझक रहा था. तब मेरे बॉस ने मुझसे कहा, कपाड़िया अगर एक बार को TBK काम नहीं किया तो तुम कॉर्पोरेट रेस में वापस आ जाओगे, लेकिन ये काम कर गया तो ये व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों तरीक़े से तुम्हारे लिए बेहतर होगा. हालांकि, उस वक़्त पैसा फ़ैक्टर नहीं था. बस मैं एक ऑनलाइन ब्रांड बनाना चाहता था.
The Bohri Kitchen की सफलता का पता तब ज़्यादा चला जब कई पत्रकार मुनाफ़ तक पहुंचना चाहते थे. मुनाफ़ ने बताया,
मेरे लिए वो पल सबसे बड़ा और ख़ास था जब BBC की टीम उनके घर आई और उनके खाने और अनुभव दोनों को शूट किया. 2015 तक पूरे मुंबई और आस-पास के इलाकों में मेरे घर के खाने चर्चा होने लगी थी. तब मैंने दो किचन बनाये, जिससे लोगों को अच्छा खाना मिल सके. मेरे मैन्यू में 100 चीज़ों थीं.
The Bohri Kitchen में जिस चीज़ की सबसे ज़्यादा तारीफ़ होती है वो हैं उनके और उनकी मां के हाथ की बनी थाली. इस थाली की चौड़ाई 3.5 मीटर है और इसका मकसद सारे पकवानों को लोगों तक पहुंचाना है. इस थाली के पीछे का कान्सेप्ट यमन के समुदाय से आया है, जो एक रेगिस्तानी इलाका है, जहां पानी और संसाधनों की कमी की वजह से लोग एक बड़ी थाली में सारी डिशेज़ रखते थे ताकि ज़्यादा पानी न लगे और खाने में रेत न गिरे.
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इस रेस्टोरेंट के दो डिलीवरी किचन हैं, जो एक महीने में तीन बार लोगों को डाइनिंग एक्सपीरियंस के लिए बुलाते हैं. इस थाली की कीमत 1500 से 3000 रुपये के बीच है. इसमें 40% डिशेज़ वेजिटेरियन होती हैं. मुनाफ़ ने अपनी मां की मदद करने के लिए कुक रख लिए हैं, जो उन्हीं के ट्रेंड किए हुए हैं. TBK की फ़ेमस डिशेज़ में चिकन बिरयानी, चिकेन कटलेट, दूधी का हलवा और खजूर की खट्टी-मीठी चटनी शामिल है.