काम, घर और रिश्तों के बीच हर इंसान तनावभरी ज़िंदगी जी रहा है. यही तनाव कई शारीरिक बीमारियों का कारण भी है. हम जानते हैं कि तनाव हमारे लिये कितना नुकसानदायक है, लेकिन फिर भी इससे दूर नहीं रह पाते. कई बार शांत रहने की कोशिश भी करते हैं, पर घूम-फिर कर तनाव ज़िंदगी में वापस आ ही जाता है. ये वो समस्या है, जिसका इलाज हम सबके लिये बेहद ज़रूरी है और इसका इलाज आयुर्वेद में छिपा है.
दरअसल, आयुर्वेद में तनाव से निजात पाने के कुछ देसी नुस्ख़े बताये गये हैं. अगर आप उन्हें अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बना लें, तो स्ट्रेस आपकी ज़िंदगी से दूर चला जाएगा. दिमाग़ को शांत रखने के लिये आयुर्वेद की ये चीज़ें आपकी मदद करेंगी.
1. भृंगराज
भृंगराज चाय शरीर को डिटॉक्स करने में काफ़ी मददगार है. ये हमारे मस्तिष्क को लगातार ऑक्सीज़न पहुंचाता है, जिससे ब्रेन एनर्जी पूर्ण तरीके से काम करता है. इसका सेवन शरीर और दिमाग़ को काफ़ी आराम पहुंचाता है.

2. जटामांसी
जटामांसी में थकान और तनाव को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं. ये दिमाग़ से जुड़ी समस्याओं के लिये काफ़ी लाभकारी आषौधी है. इसका सेवन हमें दिमाग़ी रूप से ठीक रख कर मन को शांति प्रदान करता है. इसके अलावा जिन लोगों को नींद न आने की वजह से तनाव रहता है, उनके लिये भी ये काफ़ी फ़ायदेमंद है.

3. ब्राह्मी
ये भारत की प्राचीन जड़ी बूटी है. ब्राह्मी सदियों से तनाव को कम करने के लिये काफ़ी लोकप्रिय है. ब्राह्मी तनाव पैदा करने वाले Cortisol Level को कम करता है. इसके साथ ही इससे हमारी एकग्रता और ऊर्जा बढ़ती है. ब्राह्मी हमारी Nervous System (तंत्रिका तंत्र) को बेहतर बनाता है, जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएं पुनर्जीवित हो जाती हैं.

4. वचा
इसे आप जादुई जड़ीबूटी भी कह सकते हैं. इसमें मौजूद गुण दिमाग़ को शांत रखने में मदद करते हैं, जिससे हमें सुकून वाली नींद आती है. यही नहीं, ये हमें तनाव मुक्त रखने के साथ-साथ हमारी याददाश्त भी बढ़ाता है.
5. अश्वगंधा
अश्वगंधा अमीनो एसिड और विटामिन का संयोजन है, जो Adaptogen के रूप में कार्य करता है. इससे शरीर को तनावपूर्ण स्थिति में ख़ुद को ढालने में मदद मिलती है. अश्वगंधा ऊर्जा, सहनशक्ति और हमारे अंदर मौजूद धीरज को बढ़ाता है. इसके साथ ही इसका सेवन अच्छी नींद भी देता है, जिससे शरीर की सारी थकान दूर होती है और शरीर ऊर्जावान महसूस करता है.

वैसे भी इस समय सभी को तनावमुक्त और शांत रहने की ज़्यादा ज़रूरत है. समझ ही गये होंगे कि क्यों?
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