Things Copied From India: भारत (India) जीवन के सभी क्षेत्रों के प्रतिभाशाली और रचनात्मक व्यक्तियों से भरा एक विशाल देश है. यहां लोगों में टैलेंट कूट-कूट कर भरा है और क्रिएटिव लोगों की भरमार है. इन्हीं क्रिएटिव लोगों की बदौलत ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं, जो हमारे देश ने पूरी दुनिया को दी हैं. ज़ीरो से लेकर दुनिया की पहली यूनिवर्सिटी तक, भारत पूरे विश्व के लिए सांता क्लॉज़ से कम नहीं है.
आइए आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी चीज़ें, जो दुनिया ने हमारे देश से कॉपी (Things Copied From India) की हैं.
Things Copied From India
1. शैंपू
‘शैंपू’ शब्द को हिंदी वर्ड ‘चंपो‘ से लिया गया है और ये 1762 में आया था. शैंपू की उत्पत्ति मुग़ल साम्राज्य के पूर्वी क्षेत्र से हुई थी, जहां इसे सिर की मालिश करने के रूप में पेश किया गया था. इसमें क्षार, प्राकृतिक तेल और सुगंध मिली होती थी. इसके बाद इसे ब्रिटेन में एक बिहार के बंगाली बिज़नेसमैन सेक डीन मोहम्मद ने पेश किया था.
2. सांप-सीढ़ी एक भारतीय गेम मोक्षपट से इंस्पायर्ड था.
सांप और सीढ़ी की उत्पत्ति भारत में नैतिकता पर आधारित खेल के रूप में हुई थी, जिसे पहले मोक्षपट के नाम से जाना जाता था. इसमें सीढ़ी अच्छे कर्मों का संकेत देती है, जबकि सांप बुराई का प्रतिनिधित्व करते हैं. भारत में ब्रिटिश राज के दौरान इस खेल ने इंग्लैंड के लिए अपना रास्ता बनाया और इसके बाद इसे साल 1943 में USA में पेश किया गया. (Things Copied From India)
भारत के सबसे फ़ेमस फ़ूड बटर चिकन, चिकन टिक्का मसाला और बिरयानी सभी यूनाइटेड किंगडम में काफ़ी पॉपुलर हैं. साल 1997 में चिकन टिक्का मसाला ब्रिटेन में 11 लाख लोगों यानि वहां की 22 प्रतिशत आबादी ने खाया था. कुछ रिपोर्ट्स की मानें, तो डिनर के समय 80 प्रतिशत कस्टमर मेन्यू में बाकी चीज़ों के ऊपर चिकन टिक्का मसाला को प्रेफ़र करते हैं.
4. मोतियाबिंद का ऑपरेशन
भारत में मोतियाबिंद का ऑपरेशन एक घूमी हुई सुई से किया जाता था ताकि वो लेंस को ढीला कर सके और मोतियाबिंद को दृष्टि के क्षेत्र से बाहर धकेले. इसके बाद आंख को गर्म मक्खन से भिगोया जाता और फिर उस पर पट्टी की जाती थी. हालांकि, ये प्रक्रिया सफ़ल थी, लेकिन सुश्रुत ने आगाह किया था कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन तभी करवाया जाए, जब ये अति आवश्यक हो. ये प्रक्रिया बाद में पूरे विश्व में फ़ैल गई. (Things Copied From India)
5. बटन
2000 BCE में सिंधु घाटी सभ्यता में सजावटी बटन का प्रयोग होता था, जो समंदर की सीपियों से बने होते थे. कुछ बटन को अलग़-अलग़ आकृतियों में उकेरा जाता था और उसमें छेद बनाए जाते थे. यहीं से बटन का कॉन्सेप्ट शुरू हुआ था.
गन्ने से क्रिस्टल के आकार की चीनी का उत्पादन करने की प्रक्रिया शाही गुप्त के समय खोजी गई थी. इसका पहला सन्दर्भ भारत से आता है. इस प्रक्रिया को जल्द ही यात्रा करने वाले बौद्ध भिक्षुओं के साथ चीन भेज दिया गया. चीनी दस्तावेज़ भी शुगर रिफ़ाइनिंग के लिए टेक्नोलॉजी प्राप्त करने के लिए भारत में दो मिशनों की पुष्टि करते हैं. (Things Copied From India)
7. भारत ने दुनिया को सिखाई जूट की खेती
जूट की खेती भारत में प्राचीन समय से की जा रही है. भारत ने पश्चिमी दुनिया में रॉ जूट को एक्सपोर्ट भी किया है, जहां पर इसे रस्सियां बनाने के लिए उपयोग में लिया था. इसके बाद भारत की जूट इंडस्ट्री को देश में ब्रिटिश राज ने मॉडर्न बना दिया था.
8. सूट्स नामक कार्ड गेम
ताश के लोकप्रिय खेल की शुरुआत प्राचीन भारत में हुई थी और इसे ‘क्रीड़ा-पत्रम‘ के नाम से जाना जाता था. ये प्राचीन काल में भारतीयों के पसंदीदा टाइम पास में से एक था. इस खेल को विशेष रूप से राजघरानों और कुलीनों का संरक्षण प्राप्त था. ये कार्ड कपड़े से बने होते थे और रामायण, महाभारत आदि के रूपांकनों को चित्रित करते थे. इसका आविष्कार प्राचीन भारत में किया गया था.
9. कश्मीरी ऊन
कश्मीरी ऊन इंडस्ट्री के संस्थापक को पारंपरिक रूप से कश्मीर के 15वीं शताब्दी के शासक ज़ैन-उल-अबिदीन के रूप में जाना जाता है. उन्होंने सेंट्रल एशिया से बुनकरों को काम पर रखा था. कश्मीर में इस ऊन से बने ऊनी शॉल का उल्लेख तीसरी शताब्दी BCE और 11वीं शताब्दी CE के बीच की कई पुस्तकों में मिलता है.
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10. आयुर्वेद
आयुर्वेद चिकित्सा की एक प्राचीन प्रणाली है, जो लौह युग (पहली सहस्राब्दी BC) की है और आज भी पूरक और वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में प्रचलित है. आयुर्वेद भारत और नेपाल में अत्यधिक प्रचलित है, जहां लगभग 80% जनसंख्या इसको फॉलो करती है. उपचार में हर्बल दवाएं, विशेष आहार, ध्यान, योग, मालिश, जुलाब, एनीमा और मेडिकल ऑइल शामिल हैं.
11. शतरंज
‘चतुरंग‘ भारत का प्राचीन खेल है. इसे शतरंज, शोगी और मकरक आदि खेलों का ‘पूर्वज’ माना जाता है. अधिकांश लोगों का मानना है और कि ये खेल भारतवर्ष से निकला है. यहां से ये खेल फ़ारस में गया, फारस से अरब में और अरब से यूरोपीय देशों में पहुंचा.
12. ज़ीरो
‘ज़ीरो‘ का आविष्कार लगभग 628 ईस्वी में हमारे भारत के गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त ने किया था. भारत में 628 ईस्वी में प्रचलित होने के बाद 8वीं सदी में अरब देशो में इसका तेज़ी से प्रसार हुआ जहा पर इस शून्य अंक को ‘0‘ का आकार मिला. ब्रह्मगुप्त से पहले भारत के महान गणितज्ञ और ज्योतिषी आर्यभट्ट ने शून्य का प्रयोग किया था, इसलिए कई लोग आर्यभट्ट को भी शून्य का जनक मानते थे.
13. भारत ने दुनिया को तक्षिला यूनिवर्सिटी नामक पहली यूनिवर्सिटी दी.
700 BC से भी पहले, भारत के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में तक्षिला नाम की बड़ी यूनिवर्सिटी हुआ करती थी. इसमें 300 लेक्चर हॉल, प्रयोगशालाएं, एक लाइब्रेरी और खगोलीय रिसर्च के लिए एक विशाल ऑब्जर्वेटरी हुआ करती थी. Hien Tsang नाम के एक चीनी ट्रेवलर ने अपनी डायरी में लिखा था कि इसमें 10,000 स्टूडेंट्स और 200 प्रोफ़ेसर थे.