अगर आप किसी को 1-10 में से किसी एक नंबर को सेलेक्ट करने को कहेंगे तो अधिकतर लोग 7(Seven) नंबर को चुनेंगे. मगर ऐसा क्यों है, सात नंबर को सब लकी क्यों मानते है? दुनिया में 7 अजूबे हैं, सात सुर, सप्ताह में 7 दिन और इंद्रधनुष में भी सात रंग हैं. पूरी दुनिया 7 नबंर को शुभ क्यों मानती हैं? आईए आज इसके पीछे का लॉजिक भी जान लेते हैं.
7 लोग शुभ अंक क्यों मानते हैं पहले इसका वैज्ञानिक कारण जान लेते हैं.
गणितज्ञों के अनुसार, 7 नंबर की कई विशेषताएं हैं जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. 1-10 के समूह में 7 ही एक ऐसा नंबर है जिसे अपने समूह में किसी से भी विभाजित और गुणा नहीं किया जा सकता. 1, 2, 3, 4 और 5 को डबल कर के आप 2,4,6,8,9 और 10 को हासिल कर सकते हैं.
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9 को आप 3 से विभाजित कर सकते हैं. 7 ही इस समूह में ऐसा है जो इनमें से का किसी का भी गुणक(Factor) नहीं है. इसलिए ये सबसे अलग है.
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विभिन्न संस्कृतियों में 7 का महत्व
7 अंक का दुनिया के बहुत से धर्मों में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान हैं. ऐसी मान्यता है कि सातवें बेटे के 7वें बेटे को ईश्वर जादूई शक्तियों से नवाजता है. वो बुरी और अच्छी दोनों हो सकती हैं. बाइबल के विद्वानों का दावा है कि भगवान ने 6 दिन में दुनिया का निर्माण किया था और 7वें दिन आराम.
इस तरह 7 नंबर को पूर्णता का एहसास माना जाता है जो बाइबल से आया है. इस्लाम और यहूदी दोनों धर्मों में 7 स्वर्ग हैं. मुस्लिम लोग मक्का में काबा के 7 चक्कर लगाते हैं. वेदों के अनुसार 14 लोक हैं जिनमें 7 उच्च और 7 पाताल लोक हैं. बौद्ध धर्म के अनुसार, बुद्ध भगवान ने जन्म लेने के बाद 7 कदम चले थे.
इस तरह लोगों के लिए 7 नंबर लकी बन गया. अब तो आप भी समझ गए होंगे कि क्यों 7 नंबर भाग्यशाली होता है.