लोग एक-दूसरे का ताउम्र साथ निभाने के लिए शादी करते हैं. हालांकि, कई बार ये ख़ूबसूरत रिश्ता अनचाहे कारणों से बोझ भी बन जाता है. ऐसे में लोग तलाक़ लेकर आज़ाद हो जाना ही बेहतर समझते हैं. तलाक़ यूं तो कोई ख़ुशी का अवसर नहीं होता है, लेकिन कई बार ज़िंदगी में ख़ुशियां बनाए रखने के लिए ज़रूरी हो जाता है.
हालांकि, कभी-कभी तलाक़ लेने के रीज़न बेहद अजीब भी होते हैं. कुछ तो ऐसे जिन पर यक़ीन करना भी मुश्किल होता है. आज हम कुछ ऐसी ही कारणों के बारे में आपको बताएंगे, जिनके बिनाह पर लोगों ने तलाक़ लेने का फ़ैसला किया है.
1. पति गंजा है इसलिए तलाक़ चाहिए
ये मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ का है. यहां एक महिला अपने गंजे पति से तलाक़ लेने परामर्श केंद्र पहुंची है. हालांकि, महिला का दावा है कि उसे धोखे में रखा गया था. शादी के समय पति के घने बाल थे, लेकिन बाद में पता चला कि वो विग पहनता है. पत्नी का कहना है कि उसे सहेलियों के सामने शर्मिंदगी उठानी पड़ती है और अब तलाक़ चाहिए.
2. पत्नी ज़्यादा पार्टी करती थी, पति ने मांगा तलाक़
मुंबई में एक शख़्स ने अपनी पत्नी को इसलिए तलाक़ देने का फ़ैसला कर लिया, क्योंकि वो ज़्यादा पार्टियां करती थी. हालांकि, बॉम्बे हाईकोर्ट ने फ़ैमिली कोर्ट के फ़ैसले को बदलते हुए इस आधार पर तलाक देने से मना कर दिया. कोर्ट ने पत्नी के पार्टी करने को पति के साथ हिंसा मानने से इनकार कर दिया.
3. पति ने छोड़ी बीयर तो पत्नी ने मांगा तलाक़
ये मामला मध्य प्रदेश के भोपाल का है. यहां पति और पत्नी हर दूसरे दिन बीयर पीते थे. लेकिन एक दिन पति ने बीयर छोड़ने का फ़ैसला कर लिया. पत्नी के लाख मनाने के बाद भी पति बीयर पीने को राज़ी नहीं हुआ. इस बात से नाराज़ पत्नी अपने मायके चले गई और तलाक़ की अर्ज़ी डाल दी.
4. हद से ज्यादा सेक्स को मजबूर करती थी पत्नी, पति ने मांगा तलाक़
मैरिड लाइफ़ में सेक्स की कमी तो तलाक़ कारण बनती ही है, लेकिन ज़्यादा सेक्स की डिमांड भी कारण हो सकती है. मुंबई में एक पति के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. उसने बताया कि उसकी पत्नी उसे हद से ज़्यादा सेक्स करने को मजबूर करती है. उसने अपनी पत्नी को ‘सेक्स मशीन’ करार दिया. पति का कहना था कि बीमार होने पर भी वो उसे सेक्स करने को मजबूर करती थी. महिला उसे ये भी धमकी देती थी कि अग़र उसकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वो दूसरे पुरुष के पास चली जाएगी. इस आधार पर कोर्ट ने भी पति को तलाक़ की मंज़ूरी दे दी.
5. 10-10 दिन तक नहीं नहाता था पति, पत्नी ने मांगा तलाक
बिहार की रहने वाली एक महिला ने अपने पति के 10-10 दिन तक न नहाने से परेशान होकर कोर्ट में तलाक़ की अर्ज़ी डाल दी. महिला का कहना है कि लगातार नहीं नहाने के कारण उसके पति के शरीर से बदबू आती है. इस दौरान वो ब्रश तक नहीं करता है. अब वो उसके साथ नहीं रह सकती है.
6. करवा चौथ पर पति के पैर छूने का विचार नहीं आया पसंद, पत्नी ने मांगा तलाक़
कई बार लोग समाज की प्रथाओं से इत्तेफ़ाक नहीं रखते हैं. ऐसा ही कुछ इस महिला के साथ भी हुआ. उसे करवा चौथ पर पति के पैर छूने की प्रथा रास नहीं आई. उसने ऐसा करने से ज़्यादा बेहतर अलग हो जाना समझा.
7. पति के बेइंतहा प्यार से परेशान हुई पत्नी ने मांगा तलाक
उत्तर प्रदेश के संभल जिले की एक महिला ने इसलिए तलाक मांगा क्योंकि उसका पति उससे बहुत प्यार करता है. महिला ने अपनी शादी के 18 महीने बाद तलाक के लिए शरिया अदालत का दरवाज़ा खटखटाया. महिला का कहना था कि इतने प्यार से उसे घुटन होने लगी. हालांकि, शरिया अदालत ने महिला की अर्ज़ी ठुकरा दी. रिपोर्ट के मुताबिक, बाद में महिला ने स्थानीय पंचायत के पास इस मामले को ले गई थी.
8. पत्नी के चेहरे पर मुंहासे थे, पति ने मांगा तलाक़
एक आदमी ने अपने तलाक़ की अर्ज़ी में उसने तर्क दिया था कि उसकी पत्नी के चेहरे पर मुंहासे की वजह से 1998 में उसे अपने हनीमून के दौरान वैवाहिक संबंध बनाने में रुकावट आई थी. उसका कहना था कि पत्नी ने अपनी स्किन डिज़ीज़ के बारे में बताया नहीं था. फ़ैमिली कोर्ट ने पति के पक्ष में फ़ैसला देते हुए तलाक़ की इजाज़त दे दी. हालांकि, 2008 में बॉम्बे हाइकोर्ट ने इसे ख़ारिज कर दिया.
9. पैंट-शर्ट पहनती थी पत्नी, पति ने मांगा तलाक़
मुंबई में एक आदमी ने अपनी पत्नी के पोशाक पहनने की पसंद के आधार पर क्रूरता का आरोप लगाते हुए तलाक़ मांगा. कथित तौर पर वो अपनी पत्नी से इसलिए नाराज़ था क्योंकि वो काम पर पारंपरिक भातीय पोशाक पहनने की बजाय पैंट-शर्ट पहन कर ऑफ़िस जाती थी. हालांकि, बांबे हाई कोर्ट ने पति की तलाक़ की अर्ज़ी ठुकरा दी थी.
10. दोस्तों के लिए चाय नहीं बनाई तो पति ने मांगा तलाक़
1985 में, एक आदमी को इस आधार पर तलाक़ मिल गया, क्योंकि उसकी पत्नी ने उसके दोस्तों के लिए चाय बनाने से इनकार कर दिया था. इस वजह से पति ने अपमानित महसूस किया. साथ ही, बिना बताए पत्नी द्वारा गर्भपात करा देना भी तलाक़ का आधार था. क्योंकि इसे मानसिक प्रताड़ना के बराबर माना गया.
अब इसका फ़ैसला आपका है कि इनमें से कितने कारण वाक़ई अजीब हैं. हालांकि, एक बार फिर ये बात ज़रूर कहनी पड़ेगी कि तलाक़ लेना कोई ख़ुशी की बात नहीं होती है. रिश्ता टूटने पर दुख तो होता ही है, मग़र ताउम्र दुखी रहने से बेहतर यही होता कि अलग होकर एक-दूसरे की ज़िंदगी को नई शुरुआत करने का मौक़ा दें.