बेंगलुरू से रातों-रात एक 100 साल पुराना बरदग का पेड़ काटे जाने की ख़बर सामने आई है. व्हाइटफ़ील्ड क्षेत्र के निवासियों ने मामले पर एक अज्ञात व्यक्ति के ख़िलाफ़ पेड़ को कुल्हाड़ी से काटने की शिकायत भी दर्ज कराई है.
अजीबोग़रीब मामले पर निवासियों ने रिपोर्ट में कहा कि ये घटना महज़ एक रात की नहीं हो सकती, क्योंकि पेड़ 100 साल पुराना और काफ़ी बड़ा था. वहीं बीते शुक्रवार को जब लोगों ने पेड़ गायब देखा, तो आरोपी को ढूंढने की काफ़ी कोशिश की पर कामयाब न हो सके, जिसके बाद रिपोर्ट दर्ज कराने के लिये उन्हें पुलिस के पास जाना पड़ा.
Bangalore Mirror में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्वंयसेवक का कहना है कि पेड़ काटे जाने पर स्थानीय लोगों को कई तरह के संदेह हैं. किसी का मानना है कि पेड़ जानबूझ कर काटा गया, तो कोई ये काम वनअधिकारियों का बता रहा है. इसके साथ ही कुछ लोग एक पास के दुकानदार पर भी शक़ कर रहे हैं.
वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले पर प्राथमिक शिकायत दर्ज कर ली गई है और इसकी जांच चालू है, साथ ही जल्द ही अपराधी उनकी गिरफ़्त में होगा.
दोबारा व्हाइटफ़ील्ड के आसपास ऐसी घटनाएं न हों, इसके चलते स्थानीय लोगों ने उन पेड़ों पर निशान लगाना शुरु कर दिया है, जो आने वाले समय में इमारतों के चलते काटे जा सकते हैं. यही नहीं, स्थानीय लोगों ने Environmentalist विजय निशांत की मदद से वृक्ष जनगणना करने की एक योजना भी बनाई है.