ख़तरनाक डायनासोर और उनके विनाश पर हॉलीवुड कई ब्लॉकबस्टर फ़िल्में बना चुका है. कई वैज्ञानिक भी उनके अस्तित्व को स्वीकारते हैं, लेकिन आज भी दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो डायनासोर को सिवाय दिमागी फ़ितूर के कुछ नहीं समझते.
लेकिन हाल ही में कनाडा में सामने आई एक खोज वाकई कई लोगों को हैरत में डाल सकती है. Nodasaur नाम के एक डायनासोर को 110 मिलियन सालों बाद खोजा गया है.
2011 में शॉन फंक, नाम के एक ऑपरेटर, अल्बर्टा की एक एनर्जी कंपनी में काम करते थे. एक दिन कच्चे तेल के लिए खुदाई करते वक़्त उन्हें अखरोट जैसे रंग की पसलियां दिखाई दीं. वो कुछ ऐसा था, जिसे शॉन ने पहले कभी नहीं देखा था. इस शख़्स को अभी तक पता नहीं था कि इसने एक ख़ूबसूरत डायनासोर को ढूंढ निकाला है.
करीब छह साल बाद कनाडा के Royal Tyrell Museum में इस ख़ूबसूरत डायनासोर को देखा जा सकता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि दूसरे प्राचीन डायनासोर की तुलना में इस जीव की स्किन काफ़ी बेहतर हालातों में है. ड्रैगन जैसा ये जीव दरअसल एक प्रकार का Nodasur है. Current Biology नाम के जर्नल में इस डायनासोर को सबसे संरक्षित अवशेष घोषित किया गया है और इसे दुनिया के सबसे बेहतरीन डायनासोर की बानगी बताया है.
18 फ़ीट यानि 5.5 मीटर लंबे इस जानवर को सबसे पहली बार 2011 में खोजा गया था. इसे माइनिंग मशीन ऑपरेटर शॉन फ़ंक ने खोजा था. शॉन उस समय अल्बर्टा की एक Mine में काम करते थे. माना जा रहा है कि इस डायनासोर का वज़न लगभग 1300 किलो रहा होगा.
सेलेब ब्राउन Royal Tyrell म्यूज़ियम में एक वैज्ञानिक हैं. उन्होंने कहा कि इस डायनासोर को इतिहास याद रखेगा. ये बेहद खूबसूरत है. ये दरअसल डायनासोर्स का मोना लीसा है.
रिसर्चर्स ने इस जीव की स्किन की जांच करने पर पाया कि ये शाकाहारी डायनासोर मांस खाने वाले डायनासोर का शिकार बना होगा. वैज्ञानिक इस डायनासोर पर लगातार रिसर्च कर रहे हैं ताकि उसकी ज़िंदगी के बारे में कई नए पहलुओं का अंदाज़ा लगाया जा सके.
वैज्ञानिकों का मानना है कि जब ये जीव मरा होगा तो वो नदी में गिर गया होगा और नदी से होते हुए समुद्र में पहुंचा होगा. उस समय के दौरान अल्बर्टा शहर दक्षिण फ़्लोरिडा के बराबर गर्म था और नदियां और समुद्र मीलों दूर तक फ़ैले हुए थे.
इस डायनासोर को सबसे पहले मई में लोगों के सामने दिखाया गया था, हालांकि उस समय तक इस जीव का आधिकारिक नाम घोषित नहीं हुआ था.