सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है जुपिटर. इसके एक चंद्रमा (Ganymede), पर बर्फ़ीली सतह और पानी होने के संकेत वर्षों पहले मिले थे. तब से पूरी दुनिया के खगोलविद यहां पानी की तलाश में जुटे हैं. ऐसी ही एक अंतरिक्षविदों की टीम ने ग़लती से (Accidentally) इसके 12 नए चंद्रमाओं की खोज कर डाली.
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दरअसल, Carnegie Institution for Science के खगोलविद Scott Sheppard कि टीम सौरमंडल के आस-पास के क्षेत्र पर कुछ वस्तुओं पर रिसर्च कर रहे थे. तभी उन्होंने जुपिटर के इन 12 नए चंद्रमाओं की खोज कर डाली. इस तरह से जुपिटर के चंद्रमा की संख्या 79 पहुंच गई है.
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मतलब अब जुपिटर सबसे ज़्यादा चंद्रमा वाला ग्रह बन गया है. इनमें से एक का नाम Valetudo- The Oddball रखा गया है, जो रोमन देवता जुपिटर कि महान पोती के नाम पर है. ख़ास बात ये है कि ये चंद्रमा जुपिटर की कक्षा की दिशा में ही उसके चक्कर लगाता है.
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खगोलविदों का कहना है कि जब सोलर सिस्टम का निर्माण हो रहा था, ये चंद्रमा उस समय ही जुपिटर कि कक्षा में घूमने लगे होंगे. वजह है इसकी ताकतवर गुरुत्वाकर्षण शक्ति, जो किसी भी वस्तु को अपनी ओर अाकर्षित कर लेती है.
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खोजे गए नए चंद्रमाओं का व्यास बहुत ही छोटा है, जबकि जुपिटर का डायामीटर 88,846 मील है. खगोलविदों का कहना है कि अन्य ग्रहों पर भी इस तरह के छोटे चंद्रमा पाए जाने की संभावना है.