उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. हालांकि, हिंसा की आग अब थोड़ा शांत हो गई है, लेकिन लोगों के बीच अब भी डर माहौल बना हुआ है. 

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दिल्ली हिंसा का सबसे ज़्यादा असर स्कूली बच्चों, महिलाओं और कामकाजी लोगों पर पड़ा है. हिंसा के चलते जहां लोगों का लोग घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है. वहीं कई लोग बेघर भी हो गए हैं. 

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दरअसल, दो दिन पहले उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजुरी ख़ास इलाक़े में 13 साल की एक लड़की घर से स्कूल परीक्षा देने के लिए निकली थी. लड़की अब तक लापता है. 8वीं कक्षा की ये छात्रा सोनिया विहार इलाक़े में अपने परिवार के साथ रहती थीं. हालांकि, पुलिस और लड़की के घरवालों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन अब तक लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. 

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PTI से बातचीत में गुमशुदा लड़की के पिता का कहना है कि सोमवार की सुबह उनकी बेटी 4.5 किमी पैदल चलकर स्कूल परीक्षा देने के लिए निकली थी. शाम 5:20 बजे के क़रीब वो उसे लेने स्कूल के लिए निकले, लेकिन इलाके़ में जारी हिंसा की वजह से स्कूल तक पहुंच नहीं पाए बस तभी से बेटी घर नहीं लौटी है. 

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हालांकि, अब पुलिस ने इस मामले में पीड़ित पिता की शिकायत पर गुमशुदगी की FIR दर्ज कर ली है. लड़की की तलाश जारी है. 

वहीं मौजपुर के विजय पार्क निवासी 70 वर्षीय मोहम्मद साबिर का कहना है कि शिव विहार की मदीना मस्जिद के पास उनका एक घर है. इस घर में उनके परिवार के कुछ सदस्य फंसे हुए हैं, लेकिन इलाके में फैली हिंसा की वजह से पिछले दो दिनों से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है. 

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दिल्ली पुलिस का कहना है कि हिंसा मामले में वो अब तक 18 FIR दर्ज कर चुकी है, जबकि हिंसा में शामिल होने के चलते 106 लोगो को गिरफ़्तार भी किया गया है.