पंजाब के जालंधर में 15 साल की लड़की के हाथ से मोबाइल छीनकर भागना झपटमारों को महंगा साबित हुआ. 15 साल की कुसुम कुमारी ने बहादुरी दिखाते हुए फ़ोन छीनकर भगा रहे दो में से एक झपटमार को अकेले ही धर दबोचा.
मामला जालंधर के दीन दयाल उपाध्याय नगर का बताया जा रहा है. फ़तेहपुरी मोहल्ले की रहने वाली 15 साल की कुसुम कुमारी दीनदयाल उपाध्याय नगर ट्यूशन पढ़ने जा रही थी. इस दौरान दो बाइक सवार लुटेरों ने सड़क पर अकेली जा रही कुसुम के हाथ से फ़ोन छीनकर भागने की कोशिश की, लेकिन कुसुम झपटमारों से अकेले ही भिड़ गई और एक झपटमार को पकड़ लिया. भागने के लिए झपटमार ने उस पर धारदार हथियार से वार भी किए, लेकिन कुसुम ने उसे छोड़ा नहीं.
सोशल मीडिया पर वायरल हो CCTV फ़ुटेज में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि 15 साल की कुसुम अकेले सड़क पर जा रही है. तभी अचानक पीछे से बाइक पर सवार होकर दो झपटमार उसका पीछा करते हैं. इस दौरान पीछे बैठा झपटमार कुसुम का मोबाइल फोन छीनकर भागने की कोशिश करता है. फिर वो अकेले ही झपटमार से भिड़ जाती है.
इस दौरान भागने की कोशिश में झपटमार के हाथ से धारदार हथियार गिर जाता है. बावजूद इसके कुसुम डरी नहीं. झपटमार को पकडे रखा. उसने कुसुम की कलाई पर हथियार से हमला भी किया, लेकिन उसने हाथ से घायल होने के बाद भी झपटमार को छोड़ा नहीं. इस बीच लोगों ने लड़की के चिल्लाने की अवाज सुनकर युवक को धर दबोचा, जबकि उसका साथ भागने में क़ामयाब रहा.
इस दौरान घायल हो बावजूद कुसुम न सिर्फ़ अपना फ़ोन वापस पाने में क़ामयाब रही, बल्कि उसने झपटमार को गिरफ़्तार भी करवाया. घायल होने के बाद कुशुम को दीन दयाल उपाध्याय नगर के जोशी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जालंधर के डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने 15 वर्षीय कुसुम को बहादुरी के लिए 51 हज़ार रुपये का इनाम दिया है.
कुसुम का इलाज़ कर रहे डॉक्टर के मुताबिक़, लड़की के हाथ पर काफ़ी गहरी चोटें आई हैं, उसके हाथ की सारी नसें कटी चुकी थी और हाथ पूरी तरह लटक गया था. लड़की ग़रीब परिवार से संबंधित है, इसलिए मुफ़्त में उसका ऑपरेशन कर नसें जोड़ दी गई हैं. 4 हफ़्ते तक उसे प्लस्तर लगा रहेगा, उसके बाद हाथ में मूवमेंट कराई जाएगी.
इस मामले में दीन दयाल उपाध्याय नगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी जतिंदर शर्मा ने कहा कि आरोपी की पहचान 22 वर्षीय अविनाश कुमार के रूप में हुई है और उसे गिरफ़्तार कर लिया गया है. जबकि उसका साथी, जो बाइक चला रहा था, वो भागने में सफ़ल रहा. आरोपी के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 389 B और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है.