ये कैसे कपड़े पहने हैं तुमने? रात को बाहर जाओगी, तो लोग तो कमेंट करेंगे ही! मोबाइल रखना और चाऊमीन खाने से रेप होता है….
ऐसे ही न जाने कितनी ही बातें सुनी हैं इन कानों ने. रोज़ाना जब भी बिना किसी फ़साद के घर पहुंचती हो, एक ख्याल दिमाग़ में आता है, ‘आज बच गई हो क्योंकि सबने तुम्हें छोड़ दिया है.’ ऐसा होना वाजिब भी है, क्योंकि तुम्हें कब उठा लिया जाए इसका कुछ पता नहीं. यूं ही घरवाले देर से लौटने पर नहीं डांटते हैं और कहते हैं कि ज़माना बड़ा ख़राब है.
लोग ये भूल जाते हैं कि समाज उस मुहाने पर खड़ा है जहां आज कोई भी सुरक्षित है और कपड़े देखकर कोई बलात्कारी नहीं बनता.
मुंबई में एक 16 वर्षीय लड़के ने 15 लड़कों पर, पिछले एक साल से कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने बताया कि पहली बार 2016 में लड़के के साथ उसके घर के बगल में रहने वाले ‘दोस्त’ ने उसके साथ रेप किया और वीडियो बना ली. वीडियो से वो पीड़ित को ब्लैकमेल भी करने लगा, जिस कारण पीड़ित किसी भी अपने साथ हुए Sexual Assault के बारे में किसी से नहीं कह पाया.
पुलिस ने आगे बताया कि आरोपी ने वीडियो दूसरे लड़कों को दिखाया और दूसरों ने भी डरा-धमका कर उस लड़के का बलात्कार किया. आरोपी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर लड़के को अपनी हवस का निशाना बनाते रहे.
Rape Survivor ने अपनी कंप्लेंट में बताया कि पिछले 1 साल में उन 15 लड़कों ने Municipal स्कूल के बाहर स्थित प्ले ग्राउंड में और 4 बार और अलग-अलग स्थानों पर उसके साथ बलात्कार किया. इंकार करने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी.
पिछले कुछ महीने से एक आरोपी उससे बाहर खाना खाने के लिए 1100 रुपये मांग रहा था जिसे देने से पीड़ित ने इंकार कर दिया, क्योंकि उसके पास पैसे ही नहीं थे. 26 जून को आरोपी पीड़ित को फिर से एक वीरान जगह पर लेकर गए और उसके साथ बलात्कार किया.
पुलिस के अनुसार आख़िरी बार, 2 हफ़्ते पहले पीड़ित के साथ बलात्कार किया गया. बार-बार Sexual Assault के कारण पीड़ित को बहुत दर्द हो रहा था और बहुत हिम्मत करके उसने अपने एक दोस्त को अपने साथ हुई बलात्कार की घटनाओं के बारे में बताया. पीड़ित के दोस्त ने अपने एक जान-पहचान वाले को ये सब बताया और फिर तीनों ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज की.
मेडिकल परिक्षा से बलात्कार की पुष्टि हुई है. पुलिस ने 15 में से 7 को हिरासत में ले लिया है. सभी आरोपियों की उम्र 15-17 के बीच की है.
कुछ दिनों पहले भी एक लड़के ने अपने साथ बलात्कार के बाद आत्महत्या कर ली थी. लड़कियों के कपड़ों और चाऊमीन को बलात्कार की वजह बताने वाले इस घटना पर चुप हैं. हक़ीक़त यही है कि बलात्कार कपड़ों का नहीं, बलात्कारी की सोच का नतीजा है और आज कोई भी सुरक्षित नहीं है.
Source: Indian Express