मध्य प्रदेश के रतलाम से कोरोना वायरस का एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है. रतलाम के नयापुरा इलाक़े में झाड़फूंक, टोना-टोटका और अंधविश्वास के सहारे भोले-भाले लोगों की बीमारी व समस्याओं को दूर करने वाले असलम बाबा की कोरोना वायरस से मौत हो गई है.

बताया जा रहा है कि, असलम बाबा अपने भक्तों का हाथ चूमकर कोरोना का इलाज करता था. वो तंत्र-मंत्र के ज़रिए कोरोना भगाने का दावा भी किया करता था. प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद भी स्थानीय लोग बाबा से इलाज कराने जाते थे. बाबा कोरोना संक्रमित होने के बावजूद लोगों से मिलता रहा.

Navbharat Times की ख़बर के मुताबिक़, असलम बाबा की 4 जून को कोरोना से मौत हो गई थी. इसके बाद प्रशासन ने बाबा के संपर्क में आए 19 भक्तों को क़्वारंटीन किया था. जब इन भक्तों के सैंपल जांच के लिए भेजे तो सभी कोरोना पॉज़िटिव पाए गए. इसके साथ ही शहर का नयापुरा इलाक़ा कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है.

बताया जा रहा है बाबा की वजह से जितने भी लोग कोरोना पॉज़िटिव मिले हैं. वो सभी बाबा के निवास स्थान नयापुरा क्षेत्र के बताए जा रहे हैं. इसके साथ ही प्रशासन ने बाबा के संपर्क में आए अन्य भक्तों की तलाश भी शुरू कर दी है.
रतलाम शहर में बाबा के कारण कोरोना फ़ैलने पर प्रशासन ने शहर के कई अन्य बाबाओं को भी विभिन्न क्वारनटीन सेंटर भेज दिया है. बाबाओं ने शिकायत की है कि उन्हें क्वारनटीन सेंटर में किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है. हालांकि, अब भी इन सभी की रिपोर्ट आनी बाकी है.

इस मामले में रतलाम सीएमएचओ डॉ. प्रभाकार ननावारे ने बताया कि, नयापुरा के एक बाबा की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी. उस बाबा के संपर्क वाले लोगों का पता लगाकर क्वारनटीन किया गया है. जब सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए, तो नयापुरा के इस बाबा के संपर्क वाले 19 लोगों को कोरोना पॉज़िटिव पाया गया.
डॉ. प्रभाकार ने बताया कि, रतलाम प्रशासन ने शहर के कई 29 अन्य बाबाओं को भी पकड़कर क्वारनटीन सेंटर भेज दिया है. इस दौरान इन सभी के सैंपल लिए गए हैं. फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतज़ार है.