सोशल मीडिया के इस ज़माने में किसी पर विश्वास करना बहुत कठिन हो गया. Facebook हो या Whatsapp पर आये दिन लोगों द्वारा फ्रेंड रिक्वेस्ट या चैट रिक्वेस्ट आती ही रहती है. लेकिन किसी पर बिना उसको जाने-बूझे उसपर विश्वास करना कितना खतरनाक हो गया है. इसका अंदाजा आप बढ़ते साइबर क्राइम के आंकड़ों से लगा सकते हैं. आये दिन न्यूज़पेपर में इस तरह की ख़बरें आती रहती हैं. इसीलिए बिना जाने-समझे किसी भी Unknown Person को अपनी फ्रेंड लिस्ट में एड न करें. वरना इसका खामियाज़ा आपको बहुत बड़ी कीमत अदा करके चुकाना पड़ सकता है. अगर आप इस बात को अभी भी नहीं समझ रहे हैं, तो ज़रा इस खबर को ध्यान से पढ़िए, जो आपकी आंखें खोल देगी. ऐसी ही एक घटना सामने आई है मध्यप्रदेश के इंदौर से सामने आई है.

इंदौर में साइबर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गैंग को पकड़ा है, जो जवान और अमीर लड़कों को अपना शिकार बना कर उनको लूटते हैं. इस गिरोह की मुख्य कर्ता-धर्ता 19 साल की एक लड़की है, जिसका नाम कोमल है. कोमल नाम की ये लड़की पहले अमीर लड़कों को चैटिंग के ज़रिये अपने जाल में फंसाती है, उसके बाद उनको उल्लू बनाकर उनसे मंहंगी और कीमती चीज़ें, जैसे सोना, पैसे, मोबाइल आदि लूट लेती है.

इस ख़तरनाक गिरोह का सरगना है, चीना ठाकुर है, जिसके खिलाफ़ पहले से ही हत्या और लूट जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं. कहा जा रहा है कि उसने नौकरी का झांसा देकर इस लड़कियों को इस ग्रुप में शामिल किया है.
कैसे कोमल अपने इस काम को अंजाम देती है?
अपने काम को अंजाम देने के लिए सबसे पहले ये लड़की किसी भी रैंडम व्हाट्सप्प ग्रुप या फेसबुक चैट के माध्यम से अमीर लड़कों को मेसेज करना शुरू करती है और उनको अपनी मीठी-मीठी बातों में फंसा लेती है. जब दोस्ती गहरी हो जाती है, तो उन लडको के साथ कहीं अकेले मिलने का प्लान बनाती है. जब वो लड़के मिलने के लिए पहले से तय स्थान पर पहुंचते हैं, तो अपने बाकी साथियों के साथ मिलकर इन बेचारे युवकों से उनके पास मौजूद नकद रुपये, सोने की चेन या अंगूठी, मोबाइल आदि छीन लेती है.
इन लड़कों से क्या बात करती है, कोमल:

मिलने को बुलाती है फिर:

इस गिरोह का पर्दाफाश करने के साथ ही पुलिस ने कोमल (19) और चिना सिंह ठाकुर (19) और अर्जुन को गिरफ़्तार कर लिया है. हालंकि, अभी भी इस गैंग की तीन लड़कियां और 3 लड़के फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने क्रमशः खुदेल, बाणगंगा और लस्यूडिया के 3 लोगों को लूटा है. नीचे दी गयी फ़ोटो इस गैंग की है.

आइये अब जानते हैं कि पूरा मामला क्या था और कैसे पकड़े गए ये लोग?
मनीष नाम के एक लड़का कोमल के फेंके हुए जजाल में फंस गया था. सबसे पहले कोमल ने उसके साथ Whatsapp पर चैट कई दिनों तक बात की और जब उसका विश्वास हासिल कर लिया तब उससे मिलने की इच्छा जताई. कोमल से मिलने के लिए मनीष अपने एक दोस्त के साथ उसकी बताई हुई जगह लवकुश स्ट्रीट पहुंच गया. कोमल पहले से ही वहां अपने एक साथी के साथ उसका इंतजार कर रही थी. फिर वो चारों एक पार्क चले गए, जहां इस गैंग का एक और सदस्य पहले से ही मौजूद था. उसके बाद वो सब Kannaud जंगल पहुंचे. उसके बाद मनीष, उसका दोस्त और कोमल बात करने लगे. तब तक मौक़ा देखते ही गैंग के दूसरे व्यक्ति मनीष की कार को कहीं दूर ले गया. उसने Satvas police station में जाकर एक कम्पलेंट भी करवाई.
ऐसा ही एक केस हर्षदीप जैन के साथ दोहराया गया, जिसने Banganga Police station में एक fir दर्ज कराई थी. हर्षदीप ने भी पुलिस को बताया कि कैसे कोमल ने उसके साथ चैटिंग शुर की और फिर मिलने के लिए बुलाया. लेकिन कोमल ने हर्षदीप को भी उसी जगह मिलने के लिए बुलाया था, जहां मनीष को बुलाया था. और उसके साथ भी वारदात ठीक वैसे ही अंजाम दिया था, जैसे मनीष के साथ किया था. क्योंकि हर्षदीप के पास कार नहीं थी तो उसका ATMs, पर्स, अंगूठियां, और दो मोबाइल छीन लिए.
एएसपी अमरेंदर सिंह ने कहा, ‘पहली मीटिंग में लड़की लड़के के बारे में पूरी छानबीन करती है और दूसरी मीटिंग में वो लड़कों को मैदानी खाली जगह पर बुलाती है मिलने के लिए. जैसे ही लड़का और लड़की पास आते हैं, इनके गैंग का दूसरा मेम्बर उनके पास आता है और लड़के को लड़की के साथ छेड़छाड़ करने के लिए धमकाता है कि वो उसके खिलाफ़ पुलिस में लड़की के साथ जोर-जबरदस्ती करने की शिकायत दर्ज कर देगा.’
लेकिन वो कहते हैं न कि कोई भी पेरफ़ेक्ट क्राइम नहीं होता, इसलिए आखिरकार पुलिस इन लोगों को गिरफ़्तार करने में कामयाब हुई और जल्द ही इस गिरोह के बाकी लोग भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
हमारी आपसे यही सलाह है कि सोशल मीडिया के अगर फायदे हैं तो नुकसान भी कई है. सोच समझ कर किसी से भी दोस्ती करें. वरना अंजाम आपके लिए बहुत ही हानिकारक भी हो सकता है.