बीते शुक्रवार को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में 2 साल का सुजीत विल्सन बोरवेल में गिर गया था. 80 घंटे तक सुजीत को निकालने की कोशिश विफल हो गई और मंगलवार सुबह सुजीत का मृत शरीर निकाला गया. 

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, सुजीत का शरीर बोरवेल में ही सड़ने लगा था. Rescue Operation के तहत एक Parallel सुरंग खोदी जा रही थी पर सुजीत का शरीर मिलने के बाद उसे रोक दिया गया. 


कल रात सरकारी अफ़सरों ने कहा था कि बच्चे को बचाने में और 12 घंटे लगेंगे. बोरवेल से आ रही बदबू से ये साफ़ हो गया था कि सुजीत की मौत हो चुकी है. 

सुजीत के शरीर को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.


शुक्रवार रात को सुजीत विल्सन बोरवेल के पास खेलते-खेलते गिर गया. सुजीत बोरवेल में 26 फ़ीट की गहराई में जाकर फंस गया. रस्सी से ऊपर लाने की कोशिशें की गई पर वो इससे 88 फ़ीट की गहराई में गिर गया. अभी तक ये पता नहीं है कि बोरवेल की गहराई कितनी है, सरकारी अफ़सर अंदाज़ा लगा रहे हैं कि इसकी गहराई 600 से 1000 फ़ीट हो सकती है.  

हज़ारों लोगों की नज़रें इस Rescue Operation पर टिकी हुई थी. कुछ लोगों का ये भी आरोप है कि National Disaster Rescue Force को 9 घंटे की देरी से बुलाया गया. 

सुजीत की मृत्यु की ख़बर सुनते ही ट्विटर पर लोगों की प्रार्थनाएं उमड़ पड़ी-