मुंबई की रहने वाली 23 वर्षीय पायलट आरोही पंडित ने इस उम्र में वो कारनाम कर दिया है, जो किसी महिला ने आजतक नहीं किया. महज़ सात महीने की ट्रेनिंग के बाद आरोही ने लाइट स्पोर्ट्स एयरक्राफ़्ट (एलएसए) से एटलांटिक महासागर को अकेले पार कर दिया.
स्कॉटलैंड के विक से उड़ी आरोही 3000 किलोमीटर लंबी उड़ान भर कनाडा के इक्वालिट एयरपोर्ट पहुंचीं, वहां उसका स्वागात भारतीय राजदूत विकास स्वरूप ने किया. इसके बाद आरोही ने गर्व के साथ तिरंगे का साथ तस्वीर खिंचाई.
आरोही ने पिछले साल 30 जुलाई को अपनी दोस्त कीथर मिसक्विटा के साथ वर्ल्ड टूर स्टार्ट किया था, ये टूर महिला सश्क्तिकरण को समर्पित है. इसकी सभी सदस्य महिलाएं हैं. इस टूर को प्रायोजित करने वाली कंपनी सोशल एक्सेस की प्रमुख लिन डिसूज़ा ने मीडिया को बताया कि आरोही 30 जुलाई तक भारत वापस आ जाएगी.
इस वर्ल्ड टूर के दौरान आरोही पंडित ने कई रिकॉर्ड बनाए और भारत आते-आते वो 6 अन्य रिकॉर्ड बना डालेंगी. वो एलएसए के ज़रिए ग्रीनलैंड की आइसकैप के ऊपर अकेले उड़ान भरने वाली पहली महिला पायलट बनीं.
आरोही जब अपने दोस्त कीथर के साथ भारत से रवाना हुई हुई थी तब वो पंजाब, राजस्थान, गुजरात पार कर पाकिस्तान पहुंची थी. पाकिस्तान में 1947 के बाद पहली सिविलियन एलएसए लैंड हुआ था, ये भी एक रिकॉर्ड है.