भारत में होने वाली सभी प्राकृतिक आपदाओं में सबसे ज़्यादा घटनाएं बाढ़ की हैं. इसका कारण भारी बारिश और भारी जल प्रवाह है. बाढ़ के कारण समाज का हर तबका प्रभावित होता है. लोगों के बसे-बसाए आशियाने एक झटके में उजड़ जाते हैं. जान-माल के साथ-साथ प्रकृति को भी काफ़ी नुकसान पहुंचता है.
भारत में भारी बारिश के कारण कई बार बाढ़ आई है ये रहीं उन्हीं में से 15 सबसे ख़तरनाक और भयानक बाढ़:
1. बिहार बाढ़, 2007
2007 में बिहार में आई बाढ़ पिछले 30 सालों सबसे बुरी बाढ़ थी. इसमें अनुमानित 10 मिलियन लोगों को प्रभावित किया था.
2. बिहार बाढ़, 2008
बिहार राज्य में 2008 में आई बाढ़ राज्य की एक और सबसे विनाशकारी बाढ़ थी और इसमें 2.3 मिलियन लोग प्रभावित हुए, जिसमें 250 लोग मारे गए.
3. ब्रह्मपुत्र बाढ़, 2012
2012 में ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों में आई इस बाढ़ के कारण काजीरंगा नेशनल पार्क प्रभावित हुआ था.
4. नॉर्थ इंडिया बाढ़, 2013
नॉर्थ इंडिया में 2013 में उत्तराखंड में आई बाढ़ एक भयंकर बाढ़ थी, ये बाढ़ और भूस्खलन के साथ भारी बारिश के कारण हुई थी, 2004 की सुनामी के बाद भारत की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा थी.
5. कश्मीर बाढ़, 2014
2014 में आई इस बाढ़ ने जम्मू और कश्मीर राज्य के 1000 गांवों को आंशिक रूप से प्रभावित किया था और कुछ शहर पानी के नीचे भी डूब गए थे.
6. असम बाढ़, 2015
2015 में असम में भारी बारिश और फिर ब्रह्मपुत्र नदी के बहाव के कारण बाढ़ आ गई थी. इसके कारण कई भूस्खलन हुए हैं और ये क्षेत्र संभवतः भारत का सबसे अधिक बाढ़ वाला क्षेत्र है.
7. गुजरात बाढ़, 2015
2015 जून और जुलाई में गुजरात में आई बाढ़ के कारण अमरेली ज़िला बुरी तरह प्रभावित हुआ था. इसके साथ ही गिर वन नेशनल पार्क गंभीर रूप से प्रभावित हुआ और तीन ज़िलों में बड़ी संख्या में मवेशी मारे गए.
8. चेन्नई बाढ़, 2015
दक्षिण भारत में 2015 में आई बाढ़ ने ज़्यादातर कोरोमंडल तट क्षेत्र और विशेष रूप से चेन्नई शहर को प्रभावित किया. चेन्नई के कुड्डालोर और चिदंबरम ज़िले सबसे गंभीर रूप से प्रभावित ज़िलों में से थे.
9. ब्रह्मपुत्र बाढ़, 2016
2016 में आई ब्रह्मपुत्र बाढ़ या असम बाढ़ से भारत में 1.8 मिलियन लोग प्रभावित हुए और साथ ही काजीरंगा नेशनल पार्क और पोबितोरा वन्यजीव अभ्यारण्य के वन्यजीव भी प्रभावित हुए.
10. नॉर्थईस्ट इंडिया बाढ़, 2017
2017 में ब्रह्मपुत्र नदी के बहाव के कारण आई पूर्वोत्तर भारत की बाढ़ ने असम राज्य के 15 ज़िलों को प्रभावित किया था.
11. बिहार बाढ़, 2017
2017 में बिहार बाढ़ के आने का कारण गंडक और कोसी की हिमालयी नदियों में पानी का तेज़ बहाव था. बिहार राज्य भारत का सबसे अधिक बाढ़ वाला राज्य है और मानसून के मौसम में भारी बारिश होती है.
12. वेस्ट बंगाल बाढ़, 2017
जुलाई 2017 में चक्रवाती तूफ़ान के कारण अधिक बारिश हुई जिससे पड़ोसी राज्य झारखंड के साथ पश्चिम बंगाल में ख़तरनाक बाढ़ आई.
13. गुजरात बाढ़, 2017
2017 में पड़ोसी राज्य राजस्थान के साथ धारोई डैम और दांतीवाड़ा डैम में भारी बाढ़ के कारण गुजरात बाढ़ आई थी.
14. मुंबई बाढ़, 2017
2017 में मुंबई में आई बाढ़ दूसरी सबसे ख़तरनाक क्षेत्रीय बाढ़ थी और इसकी तुलना 2005 की बाढ़ से की जा सकती है. जलवायु परिवर्तन के कारण मुंबई में 12 घंटों में 468 मिमी बारिश हुई थी.
15. केरल बाढ़, 2018
2018 में केरल में आई बाढ़ एक बड़ी आपदा थी, राज्य भर में 36,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए और 445 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा इडुक्की बांध के सभी 5 द्वार इतिहास में पहली बार खोले गए.
16. बिहार बाढ़, 2019
नेपाल में बाढ़ आने के कारण बिहार में बाढ़ आई क्योंकि बिहार की उत्तरी सीमा नेपाल को छूती है. 11 से 12 जुलाई, 2019 के बीच, नेपाल के सिमारा मौसम केंद्र ने कुल 478.40 मिमी बारिश दर्ज की, जो कि जुलाई के पूरे महीने में होने वाली बारिश (580.2 मिमी) से दो-तिहाई ज़्यादा थी, जिससे कोसी, बागमती, कामका बलान, गंडक, बूढ़ी गंडक और उनकी सहायक नदियों के जल स्तर में अचानक वृद्धि हुई. 30 जुलाई को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, पूरे महीने बाढ़ की घटनाओं के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 130 हो गई थी. 13 ज़िलों की 1269 पंचायतों में कुल 88.46 लाख लोग प्रभावित हुए.
17. कर्नाटक बाढ़, 2019
तेज़ बारिश और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के बांध के पानी को कोल देने के कारण अगस्त 2019 की शुरुआत में कर्नाटक के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई. भारी निर्वहन ने बेलागवी, बीजापुर, रायचूर, कलबुर्गी, यादगीर और उत्तरा कन्नड़ ज़िलों को बुरी तरह प्रभावित किया. 14 अगस्त, 2019 को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 61 लोगों की मौत हो गई, जबकि 14 लोग 22 ज़िलों में लापता रहे.
18. उड़ीसा बाढ़, 2019
अगस्त के दूसरे हफ़्ते में दक्षिण और पश्चिम ओडिशा में भारी और लगातार बारिश के चलते राज्य के कई हिस्सों में गंभीर बाढ़ आई. 10 अगस्त, 2019 को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ से 1012 गांवों के 1.3 लाख लोग प्रभावित हुए और ओडिशा के नौ ज़िलों में बसे पांच शहरी क्षेत्र भी प्रभावित हुए. बचाव और राहत कार्यों को अंजाम देने के लिए ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फ़ोर्स (ODRAF) की सात टीमों के साथ-साथ अग्निशमन सेवा की कई टीमों ने14,000 से अधिक लोगों को निचले इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया.
19. महाराष्ट्र बाढ़, 2019
अगस्त 2019 में भारी बारिश से महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सांगली, सतारा, ठाणे, पुणे, नासिक, पालघर, रत्नागिरी, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग ज़िलों में बाढ़ आ गई. 12 अगस्त की एक रिपोर्ट के अनुसार, बारिश और बाढ़ से राज्यभर में 35 लोगों की जान गई, 761 गांव प्रभावित हुए और 4 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए. बचाव अभियान चलाने के लिए, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ़), नौसेना, तटरक्षक बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ़) की कई टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया था.
20. केरल बाढ़, 2019
8 अगस्त, 2019 को भारी बारिश के कारण के केरल के कई हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिससे लोगों का जीवन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ. इसके चलते राज्य भर के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया और अधिकारियों ने लोगों को कार्रवाई करने और ख़ुद को बारिश से बचाने के लिए चेतावनी दी. 19 अगस्त 2019 तक बाढ़ से कई घटनाओं में 121 लोगों की मौत हो गई और 40 घायल हो गए. साथ ही 21 लोगों के लापता होने की सूचना मिली. सबसे अधिक मौतें मलप्पुरम ज़िले (58) में दर्ज की गईं, उसके बाद कोझीकोड (17) और वायनाड (12) में रहीं. 26,000 से अधिक लोगों को शरणार्थी शिविरों में ले जाया गया, क्योंकि बाढ़ से 1,800 घर नष्ट हो गए थे.
21. असम बाढ़, 2020
असम राज्य आपदा प्रबंधन एजेंसी (एएसडीएमए) द्वारा 24 अगस्त, 2020 तक के अनुसार, असम राज्य में 2020 के मानसून के दौरान बाढ़ से 5.69 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं. राज्य के 33 ज़िलों में से 30 में 5,378 गांवों में बाढ़ की आई थी. 23 बाढ़ प्रभावित ज़िलों से लगभग 113 लोगों की बाढ़ की वजह से मौत हो गई.
22. बिहार बाढ़, 2020
इस साल 13 जुलाई से बाढ़ ने बिहार को प्रभावित किया है. आपदा प्रबंधन विभाग (DMD), बिहार सरकार के अनुसार, अगस्त के तीसरे हफ़्ते तक, बाढ़ का असर 16 ज़िलों के 8.36 मिलियन लोगों पर हुआ. बाढ़ के परिणामस्वरूप DMD ने 27 भयानक घटनाओं की सूचना दी. इसके अलावा, 550,792 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से लगभग 5,186 लोग 6 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
23. उत्तर प्रदेश बाढ़, 2020
हाल ही में हुई भारी बारिश ने उत्तर प्रदेश (यूपी) में बाढ़ के दूसरे चरण के परिणामस्वरूप 16 ज़िलों में 1,090 गांवों को प्रभावित किया. ख़बरों के मुताबिक पलिया कलां (लखीमपुर खीरी में), श्रावस्ती में राप्ती नदी, एल्गिनब्रिज (बाराबंकी में सरयू), अयोध्या और तुर्तीपार (बलिया में) नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही थी. यूपी में बाढ़ से प्रभावित 19 ज़िले के 582 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए और इनमें से 303 गांवों में बाढ़ आ गई थी.
24. केरल बाढ़, 2020
मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन ने लगातार तीसरे साल केरल को प्रभावित किया. 2018 और 2019 की तुलना में 2020 में बाढ़ के कारण प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या कम है, जहां राज्य के उच्च-सीमा वाले क्षेत्रों में भूस्खलन हुए थे. 6 अगस्त को, इडुक्की ज़िले में मुन्नार के पास राजामला में पेटीमुडी बस्ती में एक भूस्खलन में 52 लोगों की जान चली गई, जबकि 19 और व्यक्तियों की तलाश की जा रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार, 2018 में, केरल में विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन ने 5.4 मिलियन लोगों को प्रभावित किया, 1.4 मिलियन लोगों को विस्थापित किया गया और 433 लोगों की मौत हुई.
25. मुंबई बाढ़, 2020
5 अगस्त को, दक्षिण मुंबई के कई इलाके, जिनमें आमतौर पर जल-जमाव नहीं दिखता है, घंटों तक बाढ़ में डूबे रहे. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, नौ घंटों में कोलाबा वेधशाला में 225 मिमी बारिश दर्ज की गई. पिछली बार इस क्षेत्र में 1974 की तुलना में बुधवार को भारी बारिश देखी गई थी. चर्चगेट, मरीन ड्राइव, क़िला, गिरगांव, खेतवाड़ी, वॉकेश्वर रोड, जे जे मार्ग, गोल देओल, भिंडी बाजार, कालबादेवी जैसे क्षेत्रों में बाढ़ आने से कई घरों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई.
प्राकृतिक आपदा ने कई बसे-बसाए घरों को उजाड़ दिया था और कई जानें भी ले लीं.