WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने गुजरात के बापुनगर में तीन लोगों के जीका वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि की है. जीका वायरस, एक 64 वर्षीय वृद्ध, एक 34 वर्षीय पुरुष और एक 22 वर्षीय गर्भवती महीला में पाया गया है. अहमदाबाद के बी.जे.मेडिकल कॉलेज में मॉनिटरिंग के दौरान WHO को ये तीन केस मिले हैं. पहला केस फरवरी 2016 में, दूसरा नवंबर 2016 और तीसरा जनवरी 2016 में डिटेक्ट किया गया.
WHO ने बताया कि तीनों लोगों में पाए गए वायरस की मात्रा अभी कम है और तीनों केस को ‘Low-Level Transmission’ सेक्शन में रखा है. WHO ने लोगों को सतर्कता बरतने के लिए कहा है और आगे ऐसे मामलों के आने की आशंका भी जताई है.
जीका वायरस Aedes Aegypti मच्छर से फ़ैलता है. ये मच्छर डेंगू और चिकनगुनिया भी फ़ैलाते हैं.
जीका वायरस से पीड़ित होने का पता कई लक्षणों से लगाया जा सकता है. जैसे कि हल्का बुखार, चकत्ता (Skin Rash), Conjunctivitis, जोड़ों और मांशपेशियों में दर्द, सिरदर्द, थकान आदि. WHO ने मई 2015 में ही भारत सरकार को जीका वायरस से पीड़ित मामलों की जानकारी दी थी.
गौरतलब है कि जीका वायरस को रोकने की या इसके इलाज की कोई Vaccine या दवाई नहीं है.
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री शंकर चौधरी ने WHO की इस घोषणा पर कहा,
‘पहले भी जीका वायरस के कुछ मामले सामने आए थे. हमने WHO के दिशा-निर्देशों के अनुसार काम किया. फिलहाल जीका वायरस के कोई मामले गुजरात में नहीं हैं. चिंता की कोई बात नहीं है.’
WHO ने चेताया है कि जीका के और भी मामले सामने आ सकते हैं और इसके लिए कड़े निरीक्षण की ज़रूरत है. पर मंत्री जी को लगता है कि सब ठीक है, शायद मंत्री जी मामले की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं.
जीका वायरस से बचने के तरीके:
1. जीका वायरस प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें.
2. अपने घर और आस-पास के इलाकों में पानी जमा न होने दें, Aedes मच्छर पानी में ही पनपते हैं.
3. लंबी आस्तीनों के कपड़े पहनें.
4. Mosquito Repellent का प्रयोग करें.
5. Symptoms दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचे.
Source: HT, India Today