ब्रह्मांड में इतने राज़ छिपे हैं कि आने वाली कई सदियों में भी इनके जवाब मिलना नामुमकिन सा है. कैसे ये धरती बनी, कैसे डायनासोर लुप्त हुए, इन सबके पीछे कई पहेलियां हैं और कई थ्योरी भी. ऐसा ही कुछ जयपुर के पास इस गांव में हुआ.

जयपुर के मुकुंदपुरा गांव में एक आग का गोला Banshi Bagha में गिरा. गांव वाले घबरा गए, उन्हें लगा कि वो कोई बम है. रात भर वो खौफ़ में बैठे रहे कि कहीं कोई धमाका न हो जाए.

दूसरी सुबह गांव वाले जब हिम्मत जुटा कर उसके करीब गए, तो देखा कि ज़मीन में करीब 2 फ़ीट गहरा गड्ढा हो चुका है और एक स्लेटी रंग का कोयले जैसा टुकड़ा उसमें पड़ा है. इस चीज़ का वज़न करीब चार किलो था. इस बात से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि चार किलो की कोयले जैसी वस्तु अगर दो फ़ीट का गड्ढा कर सकती है, तो वो कितनी स्पीड और कितनी ऊंचाई से गिरी होगी.

पुलिस ने इसकी जानकारी Geological Survey of India और Forensic Science Laboratory को दे दी है.

पुरातत्व विभाग को अंदाज़ा है कि ये उल्कापिंड हो सकता है. हालांकि ये जांच के बाद ही सिद्ध हो पाएगा. NASA के अुनसार, भारत उन क्षेत्रों में आता है जहां उल्कापिंड देखे गए हैं. 

Mytoba

Source- Topyaps